दिल्ली में 27% तक बढ़े कोरोना के केस, एनसीआर की स्थिति भी खराब; क्या आएगी चौथी लहर?
नई दिल्ली/नोएडा/गाजियाबाद। गुजरात में ओमिक्रोन के XE वैरिएंट का मामला सामने आने के बाद दिल्ली-एनसीआर के लोगों की चिंता भी बढ़ गई है, क्योंकि यहां पर स्कूल खुलने के साथ अन्य कारोबारी गतिविधियां भी सामान्य हो गई हैं।
ताजा मामले दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद के कई स्कूलों में दर्जरभर से अधिक छात्र-छात्राएं कोरोना से संक्रमित पाए गए, इनमें एक छात्रा दिल्ली की रहने वाली है और वह गाजियाबाद के निजी स्कूल में पढ़ती है। यह छात्रा अपने माता-पिता के जम्मू-कश्मीर से हाल ही में घूमकर लौटी है।
सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत एनसीआर के शहरों में कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है। ऐसे में यह सवाल उठने शुरू हो गए हैं ओमिक्रोन का XE वैरिएंट क्या दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में कोरोना की चौथी लहर लाएगा?
विशेषज्ञ की भारत में चौथी लहर आने से साफ-साफ इनकार नहीं कर रहे हैं, उनका यह जरूर कहना है कि चौधी लहर पिछली 3 लहर की तरह खतरनाक नहीं होगी। हालात के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली और अन्य राज्य सरकारों से कह चुके हैं कि संभावित संक्रमण के प्रसार वाले क्षेत्रों पर नियमित रूप से निगरानी रखी जाए और जरूरी कार्रवाई की जाए।
10 गुना तेजी से फैलता है XE वैरिएंट, दिल्ली-एनसीआर को सतर्क रहने की जरूरत
विशेषज्ञों ने ओमिक्रोन के XE वैरिएंट को लेकर दावा किया है कि यह तकरीबन 10 गुना तेजी से फैलता है। ऐसे में यह भारत में आया तो यह तेजी से फैल सकता है, क्योंकि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता समेत देश के तमाम शहर सघन आबादी वाले हैं।
दिल्ली और मुंबई में पिछले तीनों लहर ने कोहराम मचाया था। विशेषज्ञों का कहना है कि XE वैरिएंट ओमिक्रोन के 2 सब लीनेज BA.1 और BA.2 का मिश्रित स्ट्रेन है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने XE वैरिएंट को 10 गुना अधिक तेजी से फैलने वाला बताया है।
जानकारों का कहना है कि शारीरिक दूरी और मास्क लगाने के नियम तेजी से टूट रहे हैं, ऐसे में भारत में XE वैरिएंट के चलते चौथी लहर आने का अंदेशा है।
इन लक्षणों के दिखने पर हो जाएं सतर्क
थकान
सुस्ती
बुखार
सिर दर्द
शरीर में दर्द
घबराहट
दिल से जुड़ी समस्याएं
विशेषज्ञों का कहना है कि ओमिक्रोन के दो सबवैरिएंट से मिलकर बने XE वैरिएंट के लक्षण ओमिक्रोन से बहुत मिलते जुलते हैं। इसमें डेल्टा की तरह गंध और स्वाद हीन होने के लक्षण नहीं के बराबर हैं।
बुखार और खांसी के अलावा, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, सिरदर्द, गले में खराश और नाक बहना जैसे लक्षण XE वैरिएंट के पीड़ितों में देखने को मिल रहे हैं। इसके अलावा, थकान, चक्कर आना, धड़कन, सूंघने और स्वाद में कमी बढ़ने को भी इसके लक्षण में शामिल किया गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी में ये लक्षण नजर आए तो उन्हें तुरंत जांच करानी चाहिए, क्योंकि इससे इसके विस्तार को रोकने में मदद मिलेगी।
डरे नहीं सतर्कता बरतें
देश की राजधानी दिल्ली के नामी अस्पताल एलबीएस के वीसी डा. एसके सरीन ने नामी टीवी न्यूज चैनले से बातचीत में कहा कि कोरोना वायरस अब भी देश-दुनिया में मौजूद है और यह गया नहीं है। ऐसे में सावधानी जरूरी है। अगर कोरोना फिर से आया तो स्थिति बेहत खराब होगी।
ऐसे में लोगों को सावधानी रखनी ही होगी।वहीं, दिल्ली और एनसीआर में फिर कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। ऐसे हालात में लिए मास्क लगाना जरूरी है, साथ ही वैक्सीन लगवाना भी जरूरी है। इनसे कोरोना के खिलाफ लड़ाई आसान हो जाएगी।
गाजियाबाद और नोएडा के स्कूलों में मिले कोरोना के मामले
दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। सोमवार को 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना के 137 मामले आए और 144 मरीज ठीक हुए। राहत की बात यह है कि 24 घंटे में किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। इस वजह से 59 दिन बाद कोरोना की संक्रमण दर दो प्रतिशत से अधिक हो गई।
एक दिन पहले संक्रमण दर 1.29 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 2.70 प्रतिशत हो गई है। यह संक्रमण दर 65 दिनों में सबसे अधिक है। इससे पहले पांच फरवरी को संक्रमण दर 2.85 प्रतिशत थी। इसके बाद 11 फरवरी को संक्रमण दर घटकर दो प्रतिशत से कम हो गई थी।