उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से सुभाष रोड स्थित एक होटल में पोक्सो पर आयोजित कार्यशाला का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य और बाल आयोग अध्यक्ष डा. गीता खन्ना ने दीप जलाकर शुभारम्भ किया। इस दौरान कलाकार गौरी बिष्ट ने अन्घ्य कलाकारों के साथ शिव वंदना की प्रस्तुति दी। पोक्सो कार्यशाला में शिक्षक, समाजसेवी और पुलिस विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान वक्ताओं ने पोक्सो पर अपने विचार रखे। कार्यशाला में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पोक्सो वैरियर्स को सम्मानित किया और उनके प्रयासों की सराहना की। धामी ने अपने सम्बोधन में कहा नौनिहालों को कल देश का भविष्य बनना है। उन्हें आज सही माहौल देना जरूरी है। आज हमारे बच्चों में सकारात्मकता और रचनात्मकता बढ़ाने के लिए भयमुक्त, तनावमुक्त और हंसमुख खिलखिलाता हुआ वातावरण मिले। उनको एक स्वस्थ जीवन शारीरिक मानसिक बचपन जीने और विचारों को पल्लवित करने का वातावरण मिले। कानूनी अधिकार मिले। इसके लिए ऐसी कार्यशाला महत्वपूर्ण हैं।हमाने आने वाले नोनिहालों के लिए ये जरूरी है कि शिक्षा के क्षेत्र में कुछ ऐसा सिखायें ताकि वह महापुरूषों का अनुकरण कर सकें। हम कोई अच्छा काम करते हैं तो तो आप स्वयं अंदाजा लगायें इससे कितनी मानसिक शांति मिलती हैं। आश्चर्य के रूप में भगवान ने हमको दुनिया में भेजा है। सभी शास्त्र कहते हैं गीता कहती है रामायण कहती है कि हमारा ये जीवन चौरासी लाख योेनियों के बाद मिला है। पूरे संसार को आप एक दृष्टि से देख सकते हैं। ऐसा दूसरा कोई प्राणी भगवान ने नहीं बनाया है। तो आप स्वयं सब लोग कितने विशिष्ठ हैं। सीएम ने कहा ईश्वर की इच्छा के बिना कुछ नहीं होता। हम लोग बहुत आशायें लगाते हैं। लेकिन कई बार मदद ऐसे लोगों से मिल जाती है जिसके बारे में हमने सोचा भी नहीं होता। हम मनुष्य के रूप में आये हैं तो थोड़ा अलग करें। तभी हमारा आना सार्थक होगा। ऐसे बच्चों के बारे में जो हमारे भविष्य हैं उनके बारे में इस कार्यशाला में चिंतन कर रहे हैं मंथन कर रहे हैं। अभिभावकों को अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने के लिए कुछ बातें जरूर समझनी और करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को नशे से दूर रखना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी होनी चाहिए। सभी लोग ये संकल्प लें कि जो भी बच्चे हमारे संपर्क में जिन्हें शिक्षा नहीं मिल पा रही है सही पालन पोषण नहीं मिल पा रहा है उन बच्चों को जरूर आगे बढ़ाने का काम करें। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल संरक्षण आयोग बच्चों की सुरक्षा और बाल अपराध नियंत्रण प्रभावी रूप में करें। इसके लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करें और अभियान को पूरे प्रदेश में जोर शोर से चलायें इसमें जहां भी दिक्कत आयेगी उसे दूर करने में वह पूरा सहयोग करेंगे। इस दौरान डीजीपी अशोक कुमार, श्रीमती कुसम कंडवाल, न्यायमूर्ति राजेश टंडन, बी के माहेश्वरी, प्रोफेसर दुर्गेश पंत, विनोद, दीपक गुलाटी आदि भी मौजूद रहे।