Monday, November 25, 2024

राज्य

बद्दी-चंडीगढ़ रेल लाइन को ग्रीन सिग्नल, रोजगार के खुलेंगे अवसर

रेलवे विभाग ने मांगे टेंडर; पहले चरण में 91 करोड़ से 24 महीने में पूरा होगा सिविल वर्क, रोजगार के खुलेंगे अवसर

बहुप्रतिक्षित बद्दी-चंड़ीगढ़ रेल लाइन का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। उत्तर रेलवे ने इस रेल लिंक के निर्माण कार्य के लिए निविदाएं आंमत्रित कर ली है। टू पैकेट सिस्टम के तहत पहले चरण में करीब 91 करोड़ रुपए से सिविल वर्क किया जाएगा, इसे 24 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि दूसरे चरण में रेल लाइन बिछाने सहित अन्य कार्यों को पूरा किया जाएगा। सिविल वर्क के टेंडर छह मई को खुलेंगे।

बता दें कि प्रदेश सरकार व नालागढ़ उपमंडल प्रशासन इस महत्त्वपूर्ण परियोजना को जल्द शुरू करवाने के लिए प्रयास कर रहे थे, एसडीएम नालागढ़ महेंद्र पाल ने कार्यभार संभालने के बाद से ही इस परियोजना के लिए भू-अधिग्रहण के कार्य को पूरा करवाने के साथ-साथ भू-मालिकों को मुआवजा भी आबंटित कर दिया । युद्धस्तर पर औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद अब करीबन साढ़े चार सौ करोड़ की इस परियोजना का प्रथम चरण का कार्य शुरू होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि करीबन एक डेढ़ माह के अरसे में टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

बतातें चलें कि उपमंडल प्रशासन ने बद्दी-चंडीगढ़ रेल लाइन के लिए हिमाचल के हिस्से में अतिरिक्त भूमि के अधिग्रहण की कवायद शुरू कर दी है, बीते दिनों इसी कड़ी में रेल मंत्रालय ने अधिग्रहण की जाने वाली भूमि की 20-डी के तहत अधिसूचना भी जारी कर चुका है। इस रेल लाइन के लिए बद्दी में करीब 4.36 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इस अधिग्रहण के दायरे में 4.11 हेक्टेयर निजी भूमि और .25 हेक्टेयर सरकारी भूमि आएगी। रेल नेटवर्क से इस रीजन में व्यापार व रोजगार के भी नए अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा प्रस्तावित बद्दी-अमृतसर-कोलकाता गलियारे से जुडऩे का भी पूरे बीबीएन को खासा लाभ होगा। (एचडीएम)

पहले चरण में ये सिविल कार्य

बद्दी-चंडीगढ़ रेल लाइन का टू पैकेट सिस्टम के तहत निर्माण किया जाएगा। इसके तहत पहले चरण में 91 करोड़ से सिविल कार्य किए जाएंगे। इसमें भूमि सुधार, ब्रिज, ओवर ब्रिज, आवासीय भवन, प्लेटफार्म, फुट ओवरब्रिज, सर्कुलेटिंग एरिया का निर्माण व जल निकासी का कार्य किया जाएगा।

छह मई को खुुलेगा टेंडर

एसडीएम नालागढ़ महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि बद्दी चंड़ीगढ़ रेल परियोजना के सिविल वर्क के लिए उत्तर रेलवे चंडीगढ़ के मुख्य परियोजना प्रबंधक ने निविदाएं आमंत्रित कर ली है। यह निविदाएं छह मई को खुलेगी। हिमाचल के हिस्से की 90 प्रतिशत से ज्यादा भूमि कार अधिग्रहण हो चुका है।

30 हेक्टेयर भूमि रेलवे के नाम

चंडीगढ़-बद्दी स्पेशल रेलवे प्रोजेक्ट के लिए हिमाचल के हिस्से की 34 हेक्टेयर भूमि में से 30 हेक्टेयर भूमि सराजमाजरा लबाना, बद्दी शीतलपुर, चक्क जंगी, कल्याणपुर, बिलांवाली गुज्जरा, लडेवाल, संडोली, हरिपुर संडोली और केंदूवाल में अधिगृहित की गई है। इस रेललाइन में हिमाचल का करीब तीन किलोमीटर हिस्सा आ रहा है और बाकी हरियाणा की सीमा में है। यह रेलवे लाइन सूरजपुर चंडी से शुरू होकर हरियाणा के धमाला एचएमटी कंपनी-लोहगढ़-खेड़ा-टांडा-जोलूवाल-कोना-मढांवाला व हिमाचल के शीतलपुर स्थित कंटेनर डिपो बद्दी से होते हुए केंदुवाला तक पहुंचेंगी। रेल परियोजना की जद में आ रही भूमि के मुआवजे के लिए 146 करोड़ प्रशासन के पास आए है जिनमें से अब तक करीब 130 करोड़ रुपए भू-मालिकों को आंबटित किए जा चुके है।