नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट (GPBS) का उद्घाटन करेंगे। गुजरात के सूरत शहर में होने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन दोपहर 12 बजे वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए किया जाएगा। इस बात की जानकारी पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी है।
सरदारधाम पाटीदार समुदाय के सामाजिक और आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के लिए ‘मिशन 2026’ के तहत जीपीबीएस का आयोजन कर रहा है। यह शिखर सम्मेलन हर दो साल में आयोजित किया जाता है। पहले दो शिखर सम्मेलन 2018 और 2020 में गांधीनगर में आयोजित किए गए थे और वर्तमान शिखर सम्मेलन अब सूरत में आयोजित हो रहा है।
‘आत्मनिर्भर समुदाय से आत्मनिर्भर गुजरात और भारत’ है इस बार का विषय
इस बार के जीपीबीएस 2022 का मुख्य विषय ‘आत्मनिर्भर समुदाय से आत्मनिर्भर गुजरात और भारत’ रखा गया है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य समुदाय के भीतर छोटे, मध्यम और बड़े उद्यमों को एक साथ लाना है। साथ ही नए उद्यमियों का पोषण और समर्थन करना और शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार सहायता प्रदान करना है।
29 अप्रैल से 1 मई तक आयोजित होने वाले तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में सरकारी औद्योगिक नीति, एमएसएमई, स्टार्ट-अप, नवाचार, के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।
पूर्वोत्तर से अफस्पा पूरी तरह हटाने के प्रयास जारी : मोदी
वहीं, दूसरी ओर गुरुवार को असम के एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) को पूरी तरह हटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। क्षेत्र के बाकी हिस्सों में स्थायी शांति के प्रयास लगातार चल रहे हैं और गंभीरता से चल रहे हैं। यहां एक ‘शांति, एकता और विकास’ रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि पिछले आठ वर्षो में कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार होने के बाद क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से अफस्पा हटाया जा सका है। क्षेत्र में हिंसा में 75 प्रतिशत तक हिंसा में कमी आई है। सबसे पहले अफस्पा को त्रिपुरा और फिर मेघालय से हटाया गया था। असम की पूर्ववर्ती सरकारों ने पिछले तीन दशक में बार-बार इसे बढ़ाया क्योंकि कानून-व्यवस्था की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ था।