दिल्ली का शाहीनबाग इलाका हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। बीते वर्ष सीएए विरोधी धरना प्रदर्शन की वजह से शाहीनबाग खबरों में था। फिर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर अभियान चलाए जाने को लेकर भी शाहीन बाग बीते दो-तीन दिनों से चर्चा में है। लेकिन अब शाहीन बाग में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी की बड़ी कार्रवाई हुई है और एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रैग रैकेट का खुलासा हुआ है। शाहीन बाग में 100 किलो ड्रग्स बरामद किए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अफगानिस्तान से ये ड्रग्स लाए गए थे। अफगानिस्तान से 50 किलो की हेरोइन की खेप थी। इसके साथ ही 30 लाख रुपये और नोट गिनने की मशीन भी बरामद की गई है।
इस मामले में एनसीबी ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में 2 अफगान नागरिक बताए जा रहे हैं। दोनों अफगान नागरिकों का तालिबानी लिंक भी सामने आ रहा है। पूरे मामले में नार्को-आतंकवाद से संबंध की कड़ियां जुड़ने लगी हैं। इसके दुबई और पाकिस्तान से संबंध भी सामने आ रहे हैं। दुबई से इस सिंडिकेट के ऑपरेट होने की वजह से जांच एजेंसी को शक है कि इस मामले में अंडरवर्ल्ड का हाथ है। साथ ही साथ बरामद हेरोइन और अन्य ड्रग्स के सैंपल हाल ही में अटारी बॉर्डर के पास बरामद ड्रग्स से मेल खाते हैं।
एनसीबी के उप महानिदेशक (अभियान) संजय कुमार सिंह का कहना है कि दक्षिण दिल्ली के आवासीय परिसरों में छापेमारी के बाद 30 लाख रुपये नकद भी बरामद किये गये। अधिकारी ने बताया कि मादक पदार्थ थैलों, जूट की बोरी में और फ्लिपकार्ट एवं अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों के पैकेट में लपेट कर रखा गया था। उन्होंने बताया कि दिल्ली में मादक पदार्थों की, वह भी किसी आवासीय इलाके से यह सबसे बड़ी जब्ती है। अधिकारी ने बताया कि अन्य 47 किग्रा ‘संदिग्ध’ मादक पदार्थ भी परिसरों से जब्त किया गया और एनसीबी ने जांच के लिए उसे प्रयोगशाला भेज दिया है। उन्होंने बताया कि जब्त की गई हेरोइन अफगानिस्तान से तस्करी कर लाई गई थी और नकदी हवाला के जरिये लाये जाने का संदेह है।