इतनी भीषण गर्मी में अगर गरीबों के लिए मुझे किसी भी हद तक जाना पड़ेगा तो मैं हर हाल में जाऊंगा निर्धन व्यक्तियों के लिए सेवा करना ही मेरे जीवन का मकसद है: विकास बिंदल
इतनी भीषण गर्मी में अगर गरीबों के लिए मुझे किसी भी हद तक जाना पड़ेगा तो मैं हर हाल में जाऊंगा निर्धन व्यक्तियों के लिए सेवा करना ही मेरे जीवन का मकसद है: विकास बिंदल
आज दिनांक 21 मई को दिन शनिवार यह दिन प्रत्येक हफ्ते में से जो शनिवार का दिन होता हैl यह दिन निर्धन व्यक्तियों के लिए होता है क्योंकि मैं निर्धन व्यक्ति की भाति जीना पसंद करता हूंl
हाला की मेरा जीवन निर्धन व्यक्तियों के लिए है और जब तक मेरे शरीर में सांस है मैं मरते दम तक निर्धन व्यक्ति के लिए सेवा करता रहूंगा l
यह झलकी दिखाने का उद्देश्य बस इतना ही है कि आप लोग भी निर्धन व्यक्ति के लिए सेवा करें और फिर उसका परिणाम देखे आपका अपना समान सेवक विकास बिंदल