लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानमंडल के बजट सत्र में शुक्रवार को विधानसभा में आज बजट पर चर्चा होगी। योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया था।
विधानसभा के मंडप में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट पर चर्चा होगी। इसमें भाजपा के मंत्रियों के साथ नेता विरोधी दल अखिलेश यादव तथा अन्य दलों के नेता भी अपना मत रखेंगे। सदन की कार्यवाही आज भी हंगामेदार होने की संभावना है। विधानसभा के बजट सत्र में आज भी राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 6,15,518.97 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। इस बजट में 39,181.1 करोड़ रुपये की नई योजनाएं शामिल हैं। अपने दूसरे कार्यकाल के पहले बजट में ही लोक कल्याण संकल्प पत्र के तीन-चौथाई वादों को अमली जामा पहनाने का इंतजाम कर योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के संकल्प को सिद्ध करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा दिए हैं।
महंगाई के मुद्दे पर सपा फिर कर सकती है हंगामा और बहिर्गमन : बजट पेश होने के बाद गुरुवार को सपा के सदस्य महंगाई के मुद्दे पर सदन का काम रोक कर चर्चा कराने की मांग करने लगे। समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विधान सभा से बहिर्गमन किया। सपा के मनोज कुमार पांडेय और राकेश प्रताप ङ्क्षसह ने महंगाई के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की। पांडेय ने कहा कि बेतहाशा बढ़ती महंगाई से गरीब लोग संकट का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार महंगाई पर काबू पाने में असफल है। यदि सरकार इसे नियंत्रित नहीं करेगी तो लोग आत्महत्या और पलायन करने के लिए मजबूर होंगे।
गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि महंगाई का मुद्दा केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र देश है जहां कोरोना महामारी के दौरान किसी की भी भुखमरी से मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा हो, वहां भुखमरी से कैसे मौत हो सकती है। इस मुद्दे पर सपा सदस्यों और सत्ता पक्ष के बीच नोंकझोंक हुई। सपा सदस्य विरोध में सदन से बाहर चले गए।