प्रशांत बख्शी
Prayagraj Violence: ‘सुनो साथियों, जुमे के दिन जो भी अड़चन बनेगा, उस पर करना है वार’, मास्टरमाइंड जावेद के घर मिला पर्चा
प्रयागराज के अटाला में जुमे के दिन हुए बवाल के मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगा है। पुलिस का दावा है कि साजिश का यह सबूत मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद के घर से बरामद हुआ है। यह एक कागज का टुकड़ा है, जिसमें हिंसा भड़काने के लिए सोशल मीडिया पर शेयर किया गया मैसेज लिखा है। इसमें जुमे के दिन अटाला पहुंचने की अपील लिखी है। पुलिस अफसरों का कहना है कि इसे तफ्तीश में शामिल कर लिया गया है। विगत 12 जून को जावेद के जेके आशियाना, करेली स्थित दो मंजिला मकान को बुलडोजर चलवाकर जमींदोज करा दिया गया था। इस दौरान घर से बैनर, पोस्टर, झंडे व कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज मिलने की बात अफसरों ने बताई थी। दो अवैध असलहे, कारतूस एक एक चाकू भी बरामद हुआ था। बुधवार को इस मामले में नया मोड़ आ गया। पुलिस अफसरों ने दावा किया कि अटाला बवाल की साजिश से संबंधित एक बेहद अहम सबूत उनके हाथ लगा है। यह सबूत मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद के घर से बरामद हुआ। अफसरों ने बताया कि ध्वस्तीकरण के वक्त जावेद मोहम्मद के घर की तलाशी ली गई। इस दौरान एक पर्चे का फटा हुआ टुकड़ा मिला। इसमें जो बातें लिखीं थीं, उससे पता चलता है कि जुमे के दिन बड़ी संख्या में अटाला में लोगों को एकत्रित कर हिंसा फैलाने की साजिश थी। कागज का यह टुकड़ा घर में पड़े एक गद्दे के नीचे से बरामद हुआ। एसएसपी अजय कुमार का कहना है कि पर्चे को सीज कर दिया गया है। यह एक अहम सबूत है। इसे तफ्तीश में शामिल किया जाएगा।सुनो साथियों, जुमे के दिन में दो बजे हम सबको मिलजुलकर अटाला पहुंचना होगा। जो भी अड़चन बनेगा, उस पर वार करना होगा। बाकी बातें हम मिलकर समझाएंगे। हमें अदालत पर भरोसा नहीं है।’इस मामले में एक सवाल भी उठ रहा है। बड़ा सवाल है कि आखिर पुलिस ने इतने अहम सबूत की बरामदगी की बात तीन दिन तक क्यों छिपाए रखी। मकान ध्वस्तीकरण के बाद एसएसपी ने बरामदगी के बाबत जो जानकारी दी थी, उसमें हथियार, झंडे-बैनर, पोस्टर व साहित्य की ही बात थी।उस वक्त मौके पर जिलाधिकारी भी मौजूद थे। इसके बाद भी अगले दो दिनों तक पुलिस ने इस बाबत कुछ नहीं बताया। बुधवार सुबह अचानक बताया गया कि घर से टाइपशुदा पर्चे का टुकड़ा बरामद किया गया था। बेटी बोली, फर्जी कहानी गढ़ रही पुलिस
उधर जावेद मोहम्मद की छोटी बेटी सुमैया ने पुलिस के दावों को झूठा बताया है। उनका कहना है कि पर्चा बरामद हुआ तो पुलिस ने उसी दिन इसकी जानकारी क्यों नहीं दी। आरोप लगाया कि पुलिस उसके पिता को फंसाने के लिए फर्जी कहानी गढ़ रही है।