Monday, November 25, 2024

राष्ट्रीय

MSME : क्या है उद्यम रजिस्ट्रेशन

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नयी दिल्ली। उदयम रजिस्ट्रेशन के तहत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के पंजीकरण की नई प्रक्रिया 1 जुलाई 2020 से शुरू हो गई है। एमएसएमई मंत्रालय ने यह भी कहा कि देश में किसी एमएसएमई को अब ‘उदयम’ कहा जाएगा, क्योंकि ये शब्द किसी एंटरप्राइज के लिए ज्यादा सही है। आइए उद्यम रजिस्ट्रेशन के बारे में विस्तार से जानते हैं।

एमएसएमई की नई परिभाषा
कोरोना संकट के बीच घोषित किए राहत पैकेज (आत्मनिर्भर भारत पैकेज) के तहत एमएसएमई की परिभाषा भी बदल दी गई। अब एमएसएमई को उनके निवेश के साथ ही टर्नओवर के आधार पुनर्वर्गीकृत किया गया है। नई परिभाषा के तहत मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस एमएसएमई के बीच कोई अंतर नहीं होगा।

सूक्ष्म इकाइयाँ : 1 करोड़ रुपये तक के निवेश और 5 करोड़ रुपये से कम के टर्नओवर वाली फर्म्स

छोटी इकाइयां : 10 करोड़ रुपये तक के निवेश और 50 करोड़ रुपये से कम के टर्नओवर वाली फर्म्स

मध्यम इकाइयां : 20 करोड़ रुपये तक के निवेश और 100 करोड़ रुपये से कम के टर्नओवर वाली फर्म्स

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MSME : क्या है उद्यम रजिस्ट्रेशन, कैसे मिलेगा फायदा, जानिए सब कुछ
By Kashid Hussain
Published: Sunday, July 19, 2020, 13:56 [IST]

नयी दिल्ली। उदयम रजिस्ट्रेशन के तहत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के पंजीकरण की नई प्रक्रिया 1 जुलाई 2020 से शुरू हो गई है। एमएसएमई मंत्रालय ने यह भी कहा कि देश में किसी एमएसएमई को अब ‘उदयम’ कहा जाएगा, क्योंकि ये शब्द किसी एंटरप्राइज के लिए ज्यादा सही है। आइए उद्यम रजिस्ट्रेशन के बारे में विस्तार से जानते हैं।

एमएसएमई की नई परिभाषा
कोरोना संकट के बीच घोषित किए राहत पैकेज (आत्मनिर्भर भारत पैकेज) के तहत एमएसएमई की परिभाषा भी बदल दी गई। अब एमएसएमई को उनके निवेश के साथ ही टर्नओवर के आधार पुनर्वर्गीकृत किया गया है। नई परिभाषा के तहत मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस एमएसएमई के बीच कोई अंतर नहीं होगा।

सूक्ष्म इकाइयाँ : 1 करोड़ रुपये तक के निवेश और 5 करोड़ रुपये से कम के टर्नओवर वाली फर्म्स

छोटी इकाइयां : 10 करोड़ रुपये तक के निवेश और 50 करोड़ रुपये से कम के टर्नओवर वाली फर्म्स

मध्यम इकाइयां : 20 करोड़ रुपये तक के निवेश और 100 करोड़ रुपये से कम के टर्नओवर वाली फर्म्स

उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रोसेस
एमएसएमई के लिए उद्यम रजिस्ट्रेशन केवल आधार और स्व-घोषणा के बेसिस पर पूरी तरह से ऑनलाइन किया जा सकता है। इसके लिए एमएसएमई मंत्रालय ने अधिसूचना भी जारी की है। उद्यमों के निवेश और टर्नओवर की पैन और जीएसटी से जुड़ी हुई जानकारी सरकारी डेटाबेस से ऑटोमेटेड रूप से ले ली जाएगी। इस सिस्टम को आयकर और जीएसटीआईएन प्रणालियों के साथ भी इंटीग्रेटेड किया गया है। जिन व्यवसायों के पास ईएम-II (उद्यमी ज्ञापन) या उद्योग आधार ज्ञापन या एमएसएमई मंत्रालय के तहत एक प्राधिकरण द्वारा जारी किया गया कोई अन्य पंजीकरण है तो उन्हें खुद को फिर से रजिस्टर करना होगा।
उद्यम रजिस्ट्रेशन के लिए सरकारी पोर्टल
सरकार ने उद्यम रजिस्ट्रेशन के लिए https://udyamregistration.gov.in को एकमात्र सरकारी पोर्टल के रूप में अधिसूचित किया है। इस पर पंजीकरण नि:शुल्क और पेपरलेस है। पैन और जीएसटी नंबर 1 अप्रैल 2021 से अनिवार्य है। वे नए उद्यमी जो पहले से ही जो एमएसएमई के रूप में पंजीकृत नहीं हैं और साथ ही ईएम-II या यूएएम के रूप में पंजीकृत हैं, वे पोर्टल को पंजीकरण / पुनः पंजीकरण के लिए उपयोग कर सकते हैं। ध्यान रहे कि पंजीकरण के बाद स्थायी पंजीकरण संख्या दी जाएगी। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक प्रमाण पत्र ऑनलाइन जारी किया जाएगा। इस प्रमाणपत्र में एक डायनामिक क्यूआर कोड होगा जिससे पोर्टल पर वेब पेज और उद्यम के बारे में डिटेल प्राप्त की जा सकती है। पंजीकरण के नवीनीकरण की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
उद्यम रजिस्ट्रेशन के फायदे
– सरकार की घोषणा के अनुसार ब्याज दर पर सब्सिडी या बिना गारंटी के बैंक लोन

– विनिर्माण / उत्पादन क्षेत्र में विशेष लाभकारी रिजर्व नीतियों का लाभ

– क्रेडिट लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी स्कीम के लिए पात्रता

– अंतरराष्ट्रीय ट्रेड फेयर विशेष प्रतिफल