पटना। बिहार की सियासत से बड़ी खबर सामने आ रही है। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के करीबी भोला यादव को सीबीआइ ने गिरफ्तार कर लिया है। IRCTC घोटाले से जुड़ा मामले में सीबीआई ने कार्रवाई की है। भोला यादव राजद के पूर्व विधायक और विधान पार्षद रहे हैं। भोला यादव, लालू यादव का ओएसडी भी रह चुके हैं। मामला नौकरी के बदले जमीन और आईआरसीटीसी स्कैम का है। उन्हें चार दिन पहले पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं गए थे। भोला यादव के पटना और दरभंगा आवास पर भी बुधवार को छापेमारी की गई है।
पटना में भी छापेमारी
खबर के मुताबिक भोला यादव के पटना और दरभंगा आवास पर सीबीआइ ने रेड की। बताया जाता है कि पटना में सीबीआइ ने भोला यादव के सीए के आवास पर बुधवार को छापेमारी की है। भोला यादव 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएडी रहे हैं।
दरभंगा आवास पर भी रेड
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी और बहादुरपुर के पूर्व विधायक भोला यादव के घर पर सीबीआइ की टीम ने बुधवार की सुबह छापेमारी की। बताया जाता है कि पूर्व विधायक के गंज स्थित आवास पर सीबीआइ की टीम सुबह कके छह बजे पहुंची। जहां कमरा बंद पाए जाने पर केयर टेकर से चाभी को लेकर पूछताछ की गई। केयर टेकर प्रशांत ने बताया कि पास के एक कार्यकर्ता के पास मकान की चाभी है। कुछ ही क्षण में कार्यकर्ता ललित यादव को बुलाया गया।
ललित ने मकान का चाभी उपलब्ध कराया। इसके बाद पांच सदस्यीय टीम ने बारी-बारी से सभी कमरों की तलाशी ली। लेकिन, वहां कुछ भी नहीं मिला। लगभग दो घंटे तक चली छापेमारी के बाद सीबीआइ के अधिकारी ने दो प्रति में एक कागजात को तैयार किया । जिसकी एक कापी भोला यादव के कार्यकर्ता को उपलब्ध कराने के बाद आठ बजे टीम वापस हो गई। अचानक और गुप्त रूप से की गई छापेमारी की भनक आस-पास के लोगों को भी नहीं मिली। लेकिन, टीम के जाने के बाद यह खबर आग की तरह फैल गई। बताया जाता है कि रेलवे भर्ती घोटाले को लेकर छापेमारी की गई है।
गौरतलब है कि सीबीआइ ने मई में लालू यादव के 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से भी घंंटों पूछताछ की गई थी।