लखनऊ। अमरोहा में जहरीला चारा खाने से हुई 60 गायों की मौत मामले में निलंबित किए गए पशु चिकित्सक के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस पूरे प्रकरण को पशु चिकित्सकों की प्रतिष्ठा से जोड़ते हुए पशु चिकित्सक संघ ने सामूहिक त्यागपत्र का अल्टीमेटम दिया है। उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डा. राकेश कुमार और महामंत्री डा. संजीव कुमार सिंह ने इस संबंध में पशुपालन निदेशक (प्रशासन एवं विकास) को पत्र भेज तत्काल निलंबन को वापस लेने का दबाव बनाया है। संघ ने एलएसडी टीकाकरण के बहिष्कार की बात भी कही है। वहीं, सहारनपुर के छह पशु चिकित्सकाें ने निदेशक को प्रेषित पत्र में अपने इस्तीफे की पेशकश भी कर दी है।
बता दें कि अमरोहा में जहरीला चारा सप्लाई किए जाने और उसे खाने से 60 गायों की मौत हो गई थी। इस प्रकरण में गंगेश्वरी अमरोहा के पशु चिकित्सक डा. तेजपाल सिंह को निलंबित किया गया है, जबकि हसनपुर, अमरोहा के उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. नरेंद्र सिवाच पर अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित है। पशु चिकित्सकों का तर्क है कि गलती चारा सप्लाई करने वाले सप्लायर और प्रधान की थी, जबकि निलंबन चिकित्सकों का किया जा रहा है।
पशु चिकित्सक संघ के राकेश कुमार ने कहा कि उपरोक्त प्रकरण में पशु चिकित्सकों ने अहर्निश सेवा चिकित्सा के द्वारा बीमार गायों की जान बचाई थी, करीब 100 गायों को बचाया गया। उसके बाद भी चिकित्सकों को दंडित करना अविवेकपूर्ण निर्णय है। कहा, यदि चिकित्सकों का निलंबन और प्रस्तावित अनुशासनात्मक कार्यवाही को अविलंब खत्म नहीं किया गया तो संघ के समस्त पशु चिकित्सक एलएसडी टीकाकरण का बहिष्कार करते हुए सामूहिक त्यागपत्र देने को बाध्य होंगे।
अखिलेश ने किया ट्वीटः समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस प्रकरण में सहारनपुर पशु चिकित्सकाें द्वारा पशुपालन निदेशक को भेजे गए पत्र को अपने ट्वीट के जरिए साझा किया है। जिसमें पशु चिकित्सकों ने इस्तीफे की पेशकश की है। हालांकि सपा प्रमुख ने इस प्रकरण पर कोई टिप्पणी नहीं की है।