कांग्रेस ने किया साफ; अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया पारदर्शी, इस पर प्रदेश इकाईयों के पारित प्रस्तावों का नहीं होगा कोई असर
नई दिल्ली। कांग्रेस ने साफ किया है कि प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधियों की ओर प्रदेश अध्यक्षों और एआइसीसी प्रतिनिधियों की नियुक्ति का अधिकार देने के लिए पारित किए जा रहे प्रस्ताव नए कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत करने के लिए है। प्रदेशों में नए अध्यक्षों और एआइसीसी डेलीगेट की नियुक्ति कांग्रेस के नए अध्यक्ष ही करेंगे और इन प्रस्तावों का अध्यक्ष चुनाव की मौजूदा प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
चुनाव प्रक्रिया खुली और पारदर्शी
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने यह भी कहा है कि अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन करने वाले सभी उम्मीदवारों को निर्वाचक मंडल की पूरी वोटर लिस्ट की कॉपी दी जाएगी। संगठन के शीर्षस्थ स्तर के चुनाव को पूरी तरह खुली और पारदर्शी बताते हुए कहा कि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।
प्रस्तावों का चुनाव प्रक्रिया से कोई सरोकार नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव से पूर्व प्रदेश इकाईयों के प्रस्ताव पारित करने को लेकर उठे सवालों को थामते हुए प्रेस कांफ्रेंस में मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि वे स्पष्ट करना चाहते हैं कि इन प्रस्तावों का चुनाव प्रक्रिया से कोई सरोकार नहीं है और ये नए चुने जाने वाले अध्यक्ष को अधिकार देने के लिए है।
क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र किए गए जारी
अध्यक्ष चुनाव का नामांकन दाखिल करने के लिए प्रस्तावक के रूप में निर्वाचक मंडल के सदस्यों की सूची नहीं मिलने को लेकर कुछ नेताओं की ओर से जाहिर की गई आशंकाओं पर उन्होंने कहा कि सभी 9000 से अधिक प्रदेश प्रतिनिधियों को क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र जारी कर दिए गए हैं।
बांट दिए जाएंगे पहचान पत्र
सभी प्रदेशों में 20 सितंबर तक इन प्रतिनिधियों को उनके पहचान पत्र बांट दिए जाएंगे और इनकी पूरी सूची भी इसी दिन से एआइसीसी मुख्यालय में देखी जा सकेगी। जबकि हर राज्य इकाईयों में वहां के प्रतिनिधियों की सूची मौजूद रहेगी और चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार नामांकन के लिए इसमें से अपने 10 समर्थक चुन सकते हैं।