डीएम की हत्या के दोषी आनंद मोहन जेल से बाहर, गोपालगंज-मोकामा पर पड़ सकता असर; बिहार में चुनाव से पहले फैसला
पटना। बिहार विधानसभा की दो सीटों के लिए हो रहे उप चुनाव में मतदान से ठीक एक दिन पहले पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल से बाहर आ रहे हैं। गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में सजा काट रहे आनंद मोहन के जेल से बाहर आने का कारण तो अलग है, लेकिन इसके राजनीतिक असर से इनकार नहीं किया जा सकता है। शिवहर के पूर्व सांसद आनंद मोहन लंबे समय से सलाखों के पीछे हैं।
राजद से जुड़ी हुई हैं पत्नी लवली आनंद
ऐन चुनाव के पहले उनके जेल से बाहर आने का असर राजनीतिक माहौल पर पड़ना तय है। उनकी पत्नी लवली आनंद फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल के साथ जुड़ी हुई हैं। आनंद मोहन के समर्थक लंबे समय से उनकी रिहाई के लिए मांग कर रहे हैं।
पारिवारिक आयोजन के लिए मिली पैरोल
पूर्व सांसद आनंद मोहन बुधवार को जेल से बाहर आ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, पारिवारिक आयोजन में भाग लेने के लिए आंनद मोहन को पेरोल दी गई है। अभी वह सहरसा जेल में बंद है। जेल आइजी द्वारा उन्हें 15 दिनों की पेरोल देने से संबंधित आदेश सहरसा जेल प्रशासन को भेज दिया गया है। बुधवार को वह किसी भी वक्त जेल से बाहर आ सकते हैं।