प्यार के लिए सनातन धर्म स्वीकार कर साईन बनी नीलम, मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर मनोज संग लिए सात फेरे
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Uttarakhand News परिवार के साथ ही मुस्लिम समाज भी जब मोहब्बत की राह में रोड़ा बना तो सितारगंज की साईन सनातन धर्म स्वीकार कर नीलम बन गई। मौनी बाबा मंदिर में साईन ने सनातन धर्म स्वीकार किया और मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर फेरे लिए
Uttarakhand News : परिवार के साथ ही मुस्लिम समाज भी जब मोहब्बत की राह में रोड़ा बना तो सितारगंज की साईन सनातन धर्म स्वीकार कर नीलम बन गई।
अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए
हिंदू रीति रिवाज से अग्नि को साक्षी मानकर मनोज के साथ गुरुवार को सात फेरे लिए। इस मौके पर समाज के संभ्रांत लोग भी उनकी खुशी में भागीदार बने।दोनों साथ-साथ पढ़ाई-लिखाई की
शहर निवासी साईन और पड़ोस के मनोज एक दूसरे को पसंद करते थे। साथ पढ़ाई-लिखाई और कई मौके पर एक दूसरे के सहयोगी भी बने। ऐसे में उनकी नजदीकी बढ़ती गई।
अलग संप्रदाय के होने के कारण बड़े-बुजुर्ग शादी के लिए राजी नहीं हुए
दोनों ने अपने स्वजन को रिश्ते की जानकारी दी। लेकिन अलग संप्रदाय के होने के कारण बड़े-बुजुर्ग शादी के लिए राजी नहीं हुए।
मजहबी बंदिशों को तोड़ घर से निकल गए दोनों
दोनों ने अपनों को मनाने की तमाम कोशिश की। लेकिन सफलता नहीं मिली। ऐसे में साईन और मनोज मजहबी बंदिशों को तोड़ घर से निकल गए।मनोज के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी रही साईन
बाद में उनकी खोजबीन शुरू हुई। किसी तरह दोनों को समझा-बुझाकर घर लाया गया। लेकिन साईन मनोज के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी रही।
साईन ने सनातन धर्म स्वीकार कर अपना नाम नीलम रखा
इसके बाद पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय गोयल और हरीश दुबे ने दोनों परिवारों को समझाया। गुरुवार को शहर के खटीमा मार्ग स्थित मौनी बाबा मंदिर में साईन ने सनातन धर्म स्वीकार कर अपना नाम नीलम रखा और मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर फेरे लिए।