Saturday, November 23, 2024

राष्ट्रीय

देश में तीन साल में पकड़े गए 138 करोड़ के नकली नोट, ज्यादातर पाकिस्तान में छप रहे

नई दिल्ली। देश में करोड़ों रुपये की कीमत दर्शाने वाले नकली नोट प्रतिवषर्ष पकड़े जा रहे हैं। इससे पता चलता है कि देश में बड़ी संख्या में नकली नोट प्रचलन में हैं। ये न केवल लोगों के लिए परेशानी का सबब हैं बल्कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी बड़ी चुनौती हैं। बीते तीन साल में सुरक्षा एजेंसियों ने करीब 138 करोड़ रुपये के नकली नोट पकड़े हैं। पकड़े गए नोटों में ज्यादा संख्या दो हजार रुपये के नकली नोटों की है।
पाकिस्तान से आ रहे ज्यादातर नकली नोट
पता चला है कि ज्यादातर नकली नोट पाकिस्तान से लगने वाली देश की सीमाओं पर पकड़े गए और उन्हें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पकड़ा। ये नोट पाकिस्तान में छापकर भारत भेजे गए थे। बाकी नोट देश के विभिन्न शहरों में प्रचलन के दौरान और गिरोहों के एजेंटों के पास से पकड़े गए। लेकिन नकली नोटों का प्रचलन रोकने के लिए बहुत सारा कार्य किया जाना अभी बाकी है। केंद्र सरकार ने दावा किया था कि नोटबंदी से नकली नोटों के कारोबार को बड़ा आघात लगा था और नए नोट इस तरह से तैयार किए गए थे कि उनकी नकल लगभग असंभव थी। लेकिन जालसाजों ने सरकार के दावे को छोटा साबित कर दिया।
नोटों के धंधे से आतंकियों को धन मिलने के संकेत
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार 2019 से 2021 तक 137.96 करोड़ रुपये का मूल्य दर्शाने वाले नकली नोट पकड़े गए। इन नोटों में सर्वाधिक 2000 रुपये के फर्जी नोट थे और उसके बाद 500 रुपये के नकली नोट। गृह मंत्रालय ने केंद्र और राज्य सरकारों की कानून व्यवस्था से जुडी एजेंसियों से नकली नोटों के धंधे से जुड़े लोगों पर कड़ी नजर रखने और उनकी धरपकड़ करने के लिए कहा है। नकली नोटों के धंधे पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) भी नजर गड़ाए हुए है। नकली नोटों के धंधे से आतंकियों को धन मिलने के संकेत हैं। इस धंधे के तार हर बड़े गिरोह से भी जुड़े हुए हैं।