Sunday, November 24, 2024

राज्य

नागपुर पुलिस ने बाबा बागेश्वर धाम को दी क्लीन चिट… कहा- धीरेन्द्र शास्त्री ने केवल अपने धर्म का प्रचार किया है

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महाराष्ट्र में चल रहे बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ जादू टोने के आरोप में नागपुर पुलिस ने बाबा को क्लीन चिट दे दी है.

महाराष्ट्र में चल रहे बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ जादू टोने के आरोप में नागपुर पुलिस ने बाबा को क्लीन चिट दे दी है. बता दें कि यह शिकायत अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने दर्ज कराई थी. इस केस में श्याम मानव ने धीरेन्द्र शास्त्री पर अंधविश्वास और जादू टोने का आरोप लगाया था.

पुलिस ने श्रीराम चरित्र चर्चा नाम के उस आयोजन के वीडियो निकाल कर जाँच की और बताया कि उसमें अंधविश्वास जैसा कुछ भी नहीं था. नागपुर पुलिस ने अपना जवाब श्याम मानव को भी भेज दिया है.

जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा हुई जाँच में बताया गया है कि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने केवल अपने धर्म का प्रचार किया है. पुलिस कमिश्नर का कहना है कि धीरेन्द्र शास्त्री के कार्यक्रम के 7 और 8 जनवरी के दिव्य दरबार को हुए आयोजन के वीडियो की बारीकी से जाँच हुई है. कमिश्नर के अनुसार वीडियो देख कर पुलिस ने निष्कर्ष निकाला है कि उस कार्यक्रम में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ जिसे अंधविश्वास माना जाए.

वहीं बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री जनवरी 2023 के पहले सप्ताह में नागपुर में ‘श्रीराम चरित्र चर्चा’ नाम से कार्यक्रम आयोजित किए थे. इस कार्यक्रम के दौरान ही ‘अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति’ के अध्यक्ष और शिकायतकर्ता श्याम मानव ने धीरेन्द्र शास्त्री पर अंधविश्वास और जादू-टोना फैलाने का आरोप लगा कर पुलिस में केस दर्ज करवाया था. तब श्याम मानव ने धीरेन्द्र शास्त्री पर साल 2013 के महाराष्ट्र जादू-टोना विरोधी कानून और 1954 के ‘ड्रग्स एंड रेमेडीज एक्ट’ के उल्लंघन का आरोप लगाया था.

श्याम मानव ने धीरेन्द्र शास्त्री को चमत्कार कर के दिखाने पर 30 लाख रुपए इनाम देने की भी घोषणा की थी. लेकिन पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी सफाई में इन आरोपों को निराधार बताते हुए खुद को केवल सनातन धर्म का प्रचारक और ईश्वर का भक्त बताया था. तब से पुलिस मामले की जाँच कर रही थी.

वहीं पुलिस कमिश्नर ने बताया कि धीरेंद्र महाराज जी का जो वास्तवय 5 से 11 जनवरी के दर्मयान था और विशेष करके जो 7 और 8 जनवरी को हए दिव्य दरबार की सभी वीडियों की बारीकी से जांच की गई थी. उन्होंने कहा कि इन वीडियों में किसी भी प्रकार से धर्म की भावना को ठेस नहीं पहुंचाई गई है.