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शिमला। राज्य के सरकारी स्कूलों में लंबे समय से टीजीटी शिक्षकों के पदों पर रिक्तियां चल रही हैं, लेकिन अभी तक इन्हें भरने के लिए मंजूरी नहीं मिल पाई है। स्कूलों में टीजीटी के 1587 पद खाली चल रहे हैं और पिछली सरकार से भी इन पदों को भरने के लिए मंजूरी ली गई थी। हांलाकि जेबीटी से टीजीटी के पदों को प्रोमोशन आधार पर भरा जा रहा है, लेकिन कमीशन की यह भर्तियां लंबे समय से लटकी हुई हैं।
इन भर्तियों के लिए अब शिक्षा विभाग को प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द मंजूरी का इंतजार है। हालांकि प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से पहले ही यह प्रस्ताव प्रदेश सरकार को भेज दिया गया है। प्रदेश में इस समय करीब टीजीटी के 845 पद खाली होने के बाद अब एक बार फिर टीजीटी के सैकड़ों पद खाली हो गए हैं। दूसरी तरफ कमीशन और बैचवाइज आधार पर 1587 पदों को भरने के लिए प्रदेश सरकार से मंजूरी नहीं मिली है।
कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से यह भर्तियां होनी हैं। इसमें 87 पदों को भरने के लिए पहले मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन विभाग तब तक इन पदों को भी नहीं भर सकता, जब तक बाकी पदों को भरने के लिए मंजूरी नहीं मिल पाती। ऐसे में टीजीटी की भर्तियों के लिए सरकार से अप्रूवल का इंतजार है। यह भर्तियां अनुबंध के आधार पर होनी हैं। इनमें टीजीटी आट्र्स के 744 पद भरे जाने हैं, जबकि टीजीटी नॉन मेडिकल 557 पद, टीजीटी मेडिकल के 286 पदों सहित 1587 पदों पर भर्तियां होनी हैं।