Sunday, November 24, 2024

राज्यस्पेशल

भारत में बिजली से चलने वाला दुनिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क, नवीनीकरण ऊर्जा में चौथा स्थान

SG

नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का मंगलवार को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के अभिभाषण से आगाज हो गया। राष्ट्रपति ने संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि आज कहा कि सरकार देश के छोटे किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है। सरकार 11 करोड़ छोटे किसानों को सशक्त करने में जुटी हुई है। पीएम किसान योजना के तहत छोटे किसानों को अब तक 2.25 लाख करोड़ रुपए की आर्थिक मदद दी गई है। इनमें तीन करोड़ महिला लाभार्थी है,ं जिन्हें 54 हजार करोड़ रुपए की मदद दी गई है। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक मदद के लिए किसान क्रेडिट कार्ड का कवरेज बढ़ाया गया है। इसका लाभ पशुपालकों और मत्स्यपालकों को भी दिया गया है।

किसानों के लिए किसान उत्पादक संगठन कर भी गठन किया गया है। इसके साथ ही फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों के लिए औसतन हर दिन 11 हजार घर बना रही है। पिछले आठ वर्षों में सौर ऊर्जा क्षमता को करीब 20 गुना बढ़ाया गया है और अभी भारत नवीनीकरण ऊर्जा के मामले में विश्व में चौथे स्थान पर है। यही नहीं, बीते आठ वर्षों में देश में मेट्रो नेटवर्क में तीन गुना से अधिक बढ़ोतरी हुई है और 27 शहरों में मेट्रो रेल परियोजनाओं पर काम चल रहा है। भारतीय रेलवे अपने आधुनिक अवतार में सामने आ रही है और भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा बिजली से चलने वाला रेलवे नेटवर्क बनने की दिशा में तेज़ी से अग्रसर है। इसके अलावा आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बन चुका है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत में महिलाओं की संख्या पहली बार पुरूषों से अधिक पहुंच गयी है और महिलाएं हर मोर्चे पर बढ़-चढ़ कर देश को आगे बढाने में अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रही हैं। बजट सत्र के पहले दिन संसद के केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए श्रीमती मुर्मू ने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की सफलता आज हम देख रहे हैं।

देश में पहली बार पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक हुई है एवं महिलाओं का स्वास्थ्य भी पहले के मुकाबले और बेहतर हुआ है। उन्होंने कहा कि मुझे यह देखकर गर्व होता है कि आज की हमारी बहनें और बेटियां उत्कल भारती के सपनों के अनुरूप विश्व स्तर पर अपनी कीर्ति पताका लहरा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी कार्यक्षेत्र में महिलाओं के लिए कोई बंदिश न हो। आज महिलाओं के लिए खनन कार्य से लेकर सेना के अग्रिम मोर्चे तक सभी क्षेत्रों को भर्ती के लिए खोल दिया गया है। सैनिक स्कूलों से लेकर मिलिट्री ट्रेनिंग स्कूलों तक में अब हमारी बेटियां पढ़ाई और प्रशिक्षण कर रही हैं। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में महिलाओं के लिए कार्य परिस्थितियों को सुगम बनाने के सरकार के निर्णयों का भी उल्लेख किया और कहा कि यह मेरी सरकार ही है, जिसने मातृत्व अवकाश को बारह सप्ताह से बढाकर 26 सप्ताह किया है। श्रीमती मुर्मू ने अपने गृह प्रांत ओडिशा की सुप्रसिद्ध कवयित्री उत्कल भारती कुंतला कुमारी साबत की सौ वर्ष पहले की पंक्ति का उल्लेख करते हुए कहा कि वसुंधरा – तले भारत रमणी नुहे हीन नुहे दीन, अमर कीरति कोटि युगे केभें जगतुं नोहिब लीन यानी भारत की नारी पृथ्वी पर किसी की भी तुलना में न तो दीन है और न ही हीन है तथा संपूर्ण जगत में उसकी अमर कीर्ति युगों युगों तक कभी लुप्त नहीं होगी यानी सदैव बनी रहेगी।