Saturday, November 23, 2024

Uncategorizedराज्य

पूजा’ बीडी बना रहा दिलशाद, पैकेट पर थी भगवान कृष्ण की फोटो : फतेहगढ में केस दर्ज

SG

उत्तर प्रदेश के फतेहगढ़ जिले में बीड़ी बनाने वाली एक फैक्ट्री पर हिन्दू भावनाओं को आहत करने के आरोप में FIR दर्ज हुई है। दिलशाद एन्ड कम्पनी ने पूजा नाम से बीड़ी का ब्रांड बना कर मार्किट में उतारा था। इस कम्पनी के मालिक का नाम मोहम्मद दिलशाद बताया जा रहा है। पूजा बीड़ी के रैपर पर बांसुरी बजाते हुए भगवान कृष्ण की फोटो सबसे ऊपर लगाई गई थी। इस मामले की शिकायत विश्व हिन्दू परिषद ने की है। यह FIR शुक्रवार (17 फरवरी 2023) को दर्ज हुई थी लेकिन 10 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपित की गिरफ्तारी न होने पर हिन्दू संगठनों ने नाराजगी जताई है।

यह मामला फतेहगढ़ जिले के जहानगंज थानाक्षेत्र का है। बजरंग दल के जिला सह संयोजक अंकुल गुप्ता इस मामले में शिकायतकर्ता हैं। 17 फरवरी को दी गई अपनी शिकायत में अंकुल ने आरोप लगाया है कि दिलशाद एन्ड कम्पनी ने बीड़ी के रैपर पर हिन्दू देवता का चित्र हिन्दुओं को अपमानित करने के लिए छपवाया है। शिकायतकर्ता के मुताबिक बीड़ी का प्रयोग कर लेने के बाद उसमें छपे भगवान की फोटो वाले रैपर को नाले और गंदी जगहों पर फेंक दिया जाता है जिस से हिन्दुओं की भावनाओं को चोट पहुँच रही है।

बजरंग दल के अंकुल ने इस मामले में बीड़ी कम्पनी के मैनेजर और डायरेक्टर पर केस दर्ज कर के कार्रवाई की माँग की थी। इस शिकायत पर पुलिस ने IPC की धारा 295- A के तहत FIR दर्ज कर ली। इस केस में पुलिस ने दिलशाद एन्ड कम्पनी को नामजद किया है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।

आरोपितों की गिरफ्तारी न हो न होने पर नाराजगी

ऑपइंडिया ने इस मामले में शिकायतकर्ता बजरंग दल कार्यकर्ता अंकुल से बात की। अंकुल ने हमें बताया कि लगभग 12 दिन बीत जाने के बाद भी किसी आरोपित की गिरफ्तारी न होने से वो व्यथित हैं। अंकुल के मुताबिक वो बजरंग दल के अपने साथियों के साथ 21 फरवरी को दुबारा थाने गए थे और आरोपित की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी ली तो बदले में उन्हें बीड़ी के रैपर जब्त करने का भरोसा दिया था।

शिकायतकर्ता ने हमें आगे बताया कि पुलिस ने उनसे कहा, “दिलशाद को समझा दिया गया है कि वो दुबारा ऐसा न करे।” पुलिस के रवैये को निराशाजनक बताते हुए अंकुल ने कहा कि अगर आरोपित पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो वो इस मामले को कोर्ट में ले जाएँगे।