Thursday, October 10, 2024

राजनीतिराज्य

किसान, प्याज और पेंशन के त्रिकोण में घिरे ‘शिंदे’!-कैसे निकलेगा रास्ता

SG

मुंबई
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बजट सत्र के पहले दिन कल किसान, प्याज और पेंशन जैसे मुद्दों के त्रिकोण में घिर गए। कल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पहले ही सत्र के दौरान विपक्ष ने जमकर घेरा। किसानों का मुद्दा पहले से ही चल रहा था अब बेमौसम हुई बरसात के कारण घाटे में गए प्याज उत्पादक किसान भी आक्रमक हो गए हैं। घाटे में चल रहे किसानों के मुद्दे, प्याज खरीद के मुद्दे और अब पुरानी पेंशन योजना को लेकर १७ लाख सरकारी कर्मचारियों ने १४ मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। इस त्रिकोणीय मुद्दों में घिरे शिंदे अब क्या रास्ता निकालते हैं? यह अब आने वाला समय ही बताएगा।
विधानसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने बेमौसम बारिश के कारण खराब हुए खेतों के लिए तत्काल राहत की मांग की, वहीं राकांपा नेता छगन भुजबल ने किसानों के नुकसान पर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि पंचनामा चल रहा है और तत्काल मदद की जाएगी। परंतुु विपक्ष की ओर से तत्काल सहायता की मांग का एलान किया गया है। प्याज के मुद्दे पर भी विधानसभा में विपक्ष आक्रामक हो गया। इस पर नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आमने-सामने आ गए।

नई पेंशन योजना से माहौल गरमाएगा
कर्मचारियों की मांग है कि नई पेंशन योजना को रद्द कर पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाए। १४ मार्च से लगभग १७ लाख सरकारी कर्मचारी और शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। हाल ही में हुए स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनावों में पुरानी पेंशन योजना का मुद्दा एक गर्म विषय था। भाजपा भी इसकी चपेट में आ गई है। उपमुख्यमंत्री बीच का रास्ता निकालने का वादा कर रहे हैं। लेकिन कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना पर ठोस आश्वासन चाहते हैं। इसलिए सरकार के सामने १४ तारीख से पहले कर्मचारियों को शांत करने की चुनौती होगी।

कैसे निकालेंगे शिंदे समाधान
मुख्यमंत्री का कहना है कि नाफेड से प्याज की खरीदी शुरू हो गई है। नासिक के कलेक्टर कार्यालय में केंद्रीय मंत्री भारती पवार की मौजूदगी में बैठक हुई, परंतु प्याज उत्पादकों, व्यापारियों और निर्यातकों के साथ इन बैठकों में कोई ठोस रास्ता नहीं निकला। सरकार के सामने अब किसानों को तत्काल मदद और हर जगह प्याज की खरीद वैâसे हो? इस चुनौती का सामना करना पड़ रहा है तो सरकारी कर्मचारियों ने फिर से हड़ताल का हथियार उठा लिया है। अब ऐसे में शिंदे इन सभी मुद्दों का समाधान वैâसे निकालेंगे? यह आने वाले दिनों में देखना गजब होगा