SG राहुल गाँधी की लोकसभा सदस्यता खत्म होने के बाद अब अरविन्द केजरीवाल सरकार के लोकनिर्माण विभाग ने कांग्रेस के निर्माणाधीन मुख्यालय पर अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में कांग्रेस पार्टी के दीनदयाल उपाध्याय रोड स्थित बन रहे हेडक्वार्टर के कुछ अवैध हिस्सों पर बुलडोजर चलाया गया है। 24 मार्च 2023 को हुई इस कार्रवाई के दौरान बन रही इमारत की कुछ सीढ़ियों को तोड़ा गया है। आरोप है कि सीढ़ियाँ बिना दिल्ली नगर की अनुमति के बनाई गईं थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ध्वस्तीकरण की यह कार्रवाई साल 2023 में होने वाले G- 20 सम्मेलन की तैयारियों के चलते की गई है। इस बाबत पहले भी कांग्रेस पार्टी को सूचना दे दी गई थी। कांग्रेस पार्टी ने भी इस कार्रवाई के लिए हरी झंडी दिखा दी थी। अतिक्रमण विरोधी अभियान में शामिल रहे एक अधिकारी के अनुसार यह कोई बड़ा एक्शन नहीं था। पार्टी कार्यालय में किनारे से लोगों के घुसने के लिए कुछ सीढ़ियों को बनाया गया था। यह निर्माण MCD द्वारा पास नहीं था।
तस्वीरों के मुताबिक तोड़ी गई सीढ़ियाँ बन रही एक बड़ी बिल्डिंग के शुरुआत में मौजूद एक मंजिला कमरे की तरफ ले जाती थीं। यह कमरा सुरक्षा या उस से जुड़े किसी अन्य काम में आना बताया जा रहा है। ये सीढ़ियाँ निर्माणाधीन 6 मंजिला कांग्रेस मुख्यालय की मुख्य बिल्डिंग से सीधे कनेक्ट नहीं थीं। इन कार्रवाई के बाद अब सामने वाले कमरे में जाने के लिए ढाँचे में थोड़ा बदलाव करना पड़ सकता है। जानकारी के मुताबिक नए बन रहे कांग्रेस मुख्यालय के 2 गेट हैं और ये दोनों गेट दीनदयाल उपाध्याय रोड की ही तरफ खुलते हैं।
फिलहाल कांग्रेस का वर्तमान समय में मुख्यालय दिल्ली के अकबर रोड पर मौजूद है। साल 2019 से ही इसे दीनदयाल उपाध्याय रोड पर शिफ्ट करने की तैयारी चल रही थी। हालाँकि शिफ्टिंग में थोड़ा समय लगा। अभी जहाँ कांग्रेस का हेड क्वार्टर है वो सरकारी भवन है। उसे छोड़ने की कई नोटिस पहले भी पार्टी को दी जा चुकी है। इसी दीनदयाल उपाध्याय रोड पर ही भाजपा और आम आदमी पार्टी का भी मुख्यालय है। भाजपा ने इस रोड पर अपनी पार्टी के हेडक्वार्टर का उद्घाटन साल 2018 में ही कर दिया था।