-
छात्रों की इस शिकायत पर प्रशासन ने लिया संज्ञान
-
इधर लाठीचार्ज उधर बुलडोजरों ने कर दिया काम
उत्तराखंड के हरिद्वार में सरकारी जमीन पर बनी एक अवैध मजार को हटाने से पहले प्रशासन को भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के पास मौजूद इस मजार को हटाने की खबर सुन कर कई मुस्लिमों ने हंगामा किया। भीड़ द्वारा मचाए बवाल के चलते थोड़ी देर के लिए सड़क पर वाहनों की आवाजाही रुक गई थी। हालात काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। मामला सोमवार (12 जून, 2023) का है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला बहादराबाद थाना क्षेत्र का है। यहाँ नहर की पटरी के पास समीप नहर पटरी पर एक मजार बनी थी। इसका नाम सैयद बाबा रोशन अली शाह था। यह मजार उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के पास बनी हुई थी। पिछले माह मई 2023 में इस विश्वविद्यालय के छात्र संघ ने हरिद्वार के DM को पत्र लिख कर इस मजार को हटाने की माँग की थी। तब छात्र संघ अध्यक्ष सागर खेमरिया ने बताया था कि मजार में लगे लाउडस्पीकर की वजह से छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही थी। अनूप यदुवंशी के मुताबिक, धीरे-धीरे उस मजार को मस्जिद का रूप दिया जा रहा था।
छात्रों की इस शिकायत पर प्रशासन ने संज्ञान लिया। सोमवार (12 जून, 2023) को इस मजार को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर लगाए गए। थोड़े ही देर में इस मजार को ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इस कार्रवाई की जानकारी जैसे ही मुस्लिम समाज के लोगों को हुई वो सड़कों पर उत्तर गए। भीड़ की शक्ल में कई लोग घटनास्थल पर पहुँचे और प्रशासनिक अधिकारियों से उलझना शुरू कर दिए। प्रशासन ने इस मजार को सिंचाई विभाग की जमीन पर बना बताया और भीड़ को समझाने का प्रयास किया। हालाँकि, प्रशासन की बातों का भीड़ पर कोई असर नहीं पड़ा।
इस जमावड़े के चलते सड़क पर गाड़ियों का आवागमन रुक गया। इस दौरान भीड़ ने सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगी। भीड़ में मौजूद कई लोग अन्य धर्मों के पूजास्थल भी गिराने की माँग करने लगे। आख़िरकार प्रशसन ने लाठीचार्ज किया जिस से भीड़ तितर-बितर हुई। लाठीचार्ज का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने एहतियातन इलाके में फ़ोर्स तैनात कर दी है। SDM पूरण सिंह राणा के मुताबिक, जिले में तमाम अवैध निर्माणों के खिलाफ प्रशासन कार्रवाई कर रहा है। वहीं DSP निहारिका सेमवाल के मुताबिक भीड़ द्वारा सड़क मार्ग अवरुद्ध करने पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग किया गया था।