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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यहां 58.32 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ग्राम्य विकास भवन का किया शिलान्यास

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यहां 58.32 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ग्राम्य विकास भवन का शिलान्यास किया।

उन्होंने परिसर में पौधारोपण भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भवन ग्रामीण विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण साबित होगा।
धामी ने कहा कि राज्य सरकार एक जिला, दो उत्पाद योजना के माध्यम से स्थानीय आजीविका को बढ़ावा दे रही है और हाउस ऑफ हिमालया ब्रांड के माध्यम से अपने पारंपरिक उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के उत्पादों को दुनिया भर के प्रमुख देशों में निर्यात करने की योजना पर काम किया जा रहा है। एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकार का लक्ष्य 2027 तक 25 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करना है, ताकि राज्य के हजारों युवाओं, महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों को स्थायी आजीविका से जोड़ा जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य मिलेट मिशन, फार्म मशीनरी बैंक, एप्पल मिशन, नई पर्यटन नीति, नई फिल्म नीति, होम स्टे, उत्तराखंड में वेड और सौर स्वरोजगार योजना जैसी पहलों के माध्यम से राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। होम स्टे योजना के माध्यम से राज्य के दूरस्थ गांव भी अपनी विशिष्ट पहचान बना रहे हैं। लखपति दीदी योजना राज्य की लाखों महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है। रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर सेंटर योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा दिया गया है।
धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने धार्मिक, साहसिक, ईको-टूरिज्म, वेलनेस टूरिज्म, एग्रो टूरिज्म और फिल्म टूरिज्म समेत विभिन्न क्षेत्रों का विकास किया है। उन्होंने बताया कि राज्य को योग की वैश्विक राजधानी के रूप में स्थापित करने के लिए देश की पहली योग नीति शुरू की गई है। राज्य के चार गांवों जखोल, हर्षिल, गुंजी और सूपी को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव का पुरस्कार भी दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना और स्वच्छता अभियान जैसी अनेक योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत किया गया है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के सारकोट गांव को आदर्श गांव बनाने के लिए गोद लिया था, जिसमें राज्य सरकार सफल रही है। सारकोट के लोग पशुपालन, मशरूम उत्पादन, होम स्टे और बाजरा उत्पादन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के नतीजों में सारकोट की 21 वर्षीय प्रियंका नेगी राज्य की सबसे युवा प्रतिनिधि के रूप में प्रधान चुनी गई हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही वे प्रियंका नेगी को आमंत्रित करेंगे और सारकोट व राज्य के अन्य गांवों के विकास पर चर्चा करेंगे।

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