उम्मीद है इस बार आपदा पर वाकआउट नहीं करेगा विपक्ष, सीएम बोले, भाजपा ही लाई थी प्रस्ताव, पर वोट नहीं किया

सीएम बोले, 2023-24 में भाजपा ही लाई थी प्रस्ताव पर वोट नहीं किया
नड्डा के साथ केंद्रीय गृह मंत्री से मिले हैं सांसद, पर अभी मदद नहीं मिली
शिमला
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि इस बार मानसून सत्र में विपक्ष आपदा को लेकर लाए गए प्रस्ताव पर वाकआउट नहीं करेगा। वर्ष 2023-24 में भाजपा ही यह प्रस्ताव लाई थी, लेकिन आपदा प्रभावितों को मदद के समर्थन में वोट करने के बजाय ये वाकआउट कर गए थे। मुख्यमंत्री राजीव गांधी वन संवर्धन योजना की लांचिंग के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस बार भाजपा के सांसद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ केंद्रीय गृह मंत्री से मिले थे। वह भी मिलने तब गए, जब सिराज में नुकसान हुआ। लेकिन अभी तक केंद्र सरकार से कोई सहायता नहीं मिली है। उन्हें उम्मीद है कि कुछ न कुछ मदद जरूर मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली रात कुल्लू के अलावा किन्नौर और लाहुल-स्पीति में भी बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। यह सामान्य घटनाक्रम नहीं है, क्योंकि लाहुल और किन्नौर में बारिश नहीं होती थी।
यह कोल्ड डेजर्ट है। अब वहां बादल फट रहे हैं। यह ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज का असर है। उनके आग्रह पर केंद्र सरकार ने विशेषज्ञों का एक दल हिमाचल में स्टडी के लिए भेजा था। इस टीम की जांच रिपोर्ट अभी आई नहीं है। इस रिपोर्ट के आने के बाद राज्य सरकार कोई कदम इस बारे में उठाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार इस बारे में संवेदनशील है कि विकास परियोजनाओं में पर्यावरण से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। औद्योगिक क्षेत्र में भी हिमाचल में निवेश किस सेक्टर में हो, यह प्राथमिकता पहले से तय कर रखी है, लेकिन हर मानसून सीजन में हो रहा इस तरह का नुकसान चिंताजनक है और इसके कारणों तक पहुंचना होगा।