जर्जर सड़कों की सूरत बदलने की कवायद शुरू हो गई है। शहर के सड़कों की सूरत अब बदली-बदली नजर आएगी। 15वें वित्त योजनांर्तगत नौ करोड़ रुपये की लागत से शहर के 69 सड़कों व गलियों का कायाकल्प होगा। इसके लिए नगर पालिका की ओर से टेंडर कराया जा चुका है। काम भी शुरू हो गया है। सड़कों का कायाकल्प होने से सफर आरामदायक होगा। अभी तक शहर की अधिकतर सड़कें खस्ताहाल थी और लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। शहरवासियों को जल्द ही बदहाल व गड्ढायुक्त सड़कों से छुटकारा मिलेगा। साथ ही सड़कों पर चलने में अब हिचकोले नहीं खाने पड़ेंगे। यही नहीं, गलियों में जाना भी दुरूह नहीं होगा।
सड़क को विकास का पैमाना कहा जाता है। यह पैमाना टूट जाए तो विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती। शहर के सड़कों की स्थिति अच्छी नहीं है। नवनिर्मित सड़कों का भी बुरा हाल है। बलखाती हुई गाड़ी पर बैठे लोगों को भले ही हिचकोले का आभास नहीं होता हो, लेकिन आम नागरिकों को काफी परेशानी होती है। जर्जर सड़कों के दिन अब फिरने वाले हैं। पानी का बहाव व अतिक्रमण होने से सड़कों की दुर्गति हो गई है। सड़क को देख लोग सरकार को कोस रहे थे, लेकिन अब सरकार का खजाना खुल गया है। जर्जर सड़क से गुजरने वाले टकटकी लगाए बैठे कि आखिर कब सरकार की नजरें इनायत होगी। वर्जननगर में काफी गलियां और सड़कें बनी हैं। अभी कुछ निर्माण कार्य अधूरा है। उसे भी पूरा किया जाएगा। 15वें वित्त के कार्यों को 30 सितंबर तक किसी भी दशा में कार्य पूर्ण करने का निर्देश निर्माण विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों को दिया गया है।
– मनोज जायसवाल, अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद, मीरजापुर।