विधानसभा चुनाव में भाजपा डबल इंजन के दम पर ही मैदान में उतरने जा रही है। भाजपा के मुख्य रणनीतिकार एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हालांकि डबल इंजन का उल्लेख नहीं किया मगर राज्य को विकास के पथ पर अग्रसर करने को फिर जनादेश मांगा।
उत्तराखंड के पांचवें विधानसभा चुनाव में भाजपा डबल इंजन के दम पर ही मैदान में उतरने जा रही है। भाजपा के मुख्य रणनीतिकार एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हालांकि डबल इंजन का उल्लेख नहीं किया, मगर उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने और इसे विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए ही देवभूमि से फिर जनादेश मांगा। अपने संबोधन में उन्होंने केंद्र व राज्य की भाजपा सरकारों के समन्वित प्रयासों को रेखांकित करते हुए भरोसा दिया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार उत्तराखंड का बेहतर भविष्य सुनिश्चित करेगी।
जैसा समझा भी जा रहा था, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जनसभा के साथ ही भाजपा उत्तराखंड में पूरी तरह चुनावी मोड में आ गई है। शाह का संबोधन का सार भी यही रहा कि भाजपा क्यों उत्तराखंड के लिए जरूरी है। इस कड़ी में उन्होंने शुरुआत नौ नवंबर 2000 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राजग सरकार के समय उत्तराखंड के अलग राज्य बनने से की। शाह ने कहा कि उत्तराखंड को अटल ने बनाया और मोदी ने संवारा। पिछले पांच साल की अवधि में राज्य को केंद्र से मिली तमाम योजनाओं का सिलसिलेवार जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब युवा मुख्यमंत्री धामी के कंधों पर उत्तराखंड को आगे ले जाने की जिम्मेदारी है।
शाह ने संबोधन में एक बार भी डबल इंजन का उल्लेख तो नहीं किया, लेकिन पिछले पांच साल के दौरान उत्तराखंड में हुए विकास कार्यों के इसी तरह आगे भी जारी रहने के लिए भाजपा की सत्ता में वापसी को एक बार फिर जनता से आशीर्वाद की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड तेजी से विकास कर रहा है और आगे भी यही क्रम जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट संदेश दे दिया कि जब तक केंद्र व राज्य में एक ही पार्टी की सरकार नहीं होगी, तब तक राज्य प्रगति के पथ पर तेज नहीं दौड़ सकता, क्योंकि इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार में बेहतर समन्वय नितांत आवश्यक है। हालांकि उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को पहले से ज्यादा समर्थन मिलेगा।
देवभूमि उत्तराखंड के प्रति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खास लगाव की याद दिलाते हुए शाह ने कहा कि केदारनाथ के बाद अब बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर सरकार काम कर रही है। सैन्य बहुल उत्तराखंड को वीरभूमि बता वह यह याद दिलाना भी नहीं भूले कि काफी समय से लंबित चल रही वन रैंक, वन पेंशन की मांग भी मोदी सरकार ने ही पूरी की। यही नहीं, कोविड से निबटने में राज्य सरकार की अहम भूमिका पर उन्होंने मुख्यमंत्री की पीठ थपथपाई। साथ ही हाल ही में आई आपदा के बाद जिस तरह सरकार ने राहत एवं बचाव कार्यों को अंजाम दिया, उसकी शाह ने सराहना की।