Monday, November 25, 2024

राज्य

अफसरों-ठेकेदारों पर बरसे मंत्री, दस जिलों में सजा सरकार का दरबार, समस्याएं लेकर पहुंचे 1056 फरियादी

 

 शिमला

प्रदेश भर के जनमंच में शिकायतों के निपटारे पर अधिकारियों और ठेकेदारों को मंत्रियों के तीखे शब्दों का सामना करना पड़ा है। वहीं लोगों के लिए यह शिविर दोहरी राहत भरे रहे। उन्हें स्वास्थ्य शिविरों का भी लाभ जनमंच के माध्यम से मिला है। सरकार ने जनमंच के साथ ही स्वास्थ्य शिविरों को भी जोड़ दिया था। इनमें न सिर्फ स्वास्थ्य की जांच हुई, बल्कि लोगों को दवाएं भी वितरित की गईं। बता दें रविवार को प्रदेश के 10 जिलों में जनमंच कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें 1056 शिकायतें सामने आईं। इनमें से ज्यादातर का मौके पर भी निपटारा कर दिया। सबसे अधिक शिकायतें सोलन जिला से सामने आईं हैं। यहां 148 लोग स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल के सामने फरियाद लेकर पहुंचे थे। डा. राजीव सैजल ने अधिकारियों को भी फटकार लगा दी। उन्होंने लोगों के काम जल्द करने की नसीहत अधिकारियों को दी है। यहां सामने आई ज्यादातर शिकायतों का निवारण कर दिया गया। जबकि कुछेक बड़ी शिकायतें संबंधित विभागों को भेजी गई हैं।

जनमंच में शिकायतों की सूची में हमीरपुर जिला दूसरे नंबर पर रहा है। यहां शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज के सामने बड़सर में पांच पंचायतों से 135 शिकायतें सामने आईं। सिरमौर जिला में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने संगड़ाह में जनमंच की अध्यक्षता करते हुए 126 शिकायतें सुनीं और उनका मौके पर ही निपटारा कर दिया। कुल्लू जिला में 117 लोगों ने अपनी फरियाद सरकार के सामने रखी हैं। यहां गोविंद सिंह ठाकुर ने ज्यादातर समस्याओं का निवारण कर दिया। शिमला में पंचायती राजमंत्री वीरेंद्र कंवर ने रोहड़ू में 111 लोगों की शिकायतें सुनीं हैं। उन्होंने ठेकेदारों पर काम न करने की शिकायत आने के बाद अधिकारियों को उनके टेंडर रद्द करने के आदेश दिए। चंबा जिला में जनमंच का आयोजन भटियात विधानसभा क्षेत्र के तहत सुदली में हुआ। इसकी अध्यक्षता सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने की। जनमंच में कुल 92 शिकायतें सामने आईं। ऊना के मुबारिकपुर में उद्योग, परिवहन और श्रम रोजगार मंत्री विक्रम सिंह की अध्यक्षता में जनमंच हुआ। जनमंच में कुल 72 शिकायतों की सुनवाई हुई और अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया।

कांगड़ा में वनमंत्री राकेश पठानिया ने जयसिंहपुर में राजकीय उच्च पाठशाला लोअर खैरा मेें जनमंच की अध्यक्षता की। यहां उन्होंने 10 ग्राम पंचायतों से विभिन्न विभागों से जुड़ी 97 शिकायतें सामने आईं। इनमें से अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। मंडी जिला में 12 पंचायतों में सबसे कम 44 शिकायतें सामने आईं हैं। यहां जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान बेटी है अनमोल और गृहिणी सुविधा योजना के तहत एफडीआर और नि:शुल्क गैस कनेक्शन वितरित किए गए। वहीं, परवाणू में 215 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 28 व्यक्तियों के नेत्र जांच और 45 व्यक्तियों की दंत चिकित्सा की गई। इसके अतिरिक्त 43 व्यक्तियों को कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण किया गया। रक्तदान शिविर में 11 यूनिट रक्त एकत्र किया गया।

ऊना में 45 लोगों को लगी वैैक्सीन

ऊना में 45 लाभार्थियों ने कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग ने 152 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की और 126 मेडिकल टेस्ट किए। आयुष विभाग ने 132 लोगों का स्वास्थ्य जांचा। इसके अतिरिक्त ई-श्रम पोर्टल पर 15 कामगारों का पंजीकरण किया गया।

मनाली में समस्या सुना रहे बुजुर्ग का माइक बंद कर दिया

मनाली- प्रदेश सरकार के जनमंच ने अधिकारियों की जवाबदेही तय की है। रविवार को हरिपुर महाविद्यालय में जनमंच में शिक्षामंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के समक्ष भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया। यहां प्रीणी पंचायत की वार्ड पंच ने मंत्री के समक्ष बिजली बोर्ड के की शिकायत की तो इस पर शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने एसडीओ से इस मामले में जवाबतलबी की। वहीं, जनमंच के दौरान एक बुजुर्ग ने बंदोबस्त, पुरानी सिंचाई कूहलों और भूतनाथ पुल के क्षतिग्रस्त होने का मामला उठाया। वह अपनी बात ही रख रहे थे तो बार-बार मंच से उन्हें बात कहने से रोका गया। बुजुर्ग कहते रहे कि थोड़ी सी बात रह गई है। इस बीच एक अधिकारी माइक के पास पहुंचा और उनका माइक ही बंद कर दिया। बुजुर्ग तब भी नहीं अपनी बात कहने से नहीं हटें। अंतत: शिक्षामंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कह दिया कि उन्हें अपनी बात कहने दो। इसके बाद माइक को पुन: ऑन किया गया। बुजुर्ग ने करीब एक दर्जन मामलों को उठाया।