दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता पर आज एक अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक के बाद माना जा रहा है कि दिल्ली एनसीआर में प्रतिबंधों का दायरा बढ़ाया जा सकता है। दिल्ली में अब भी कई तरह के प्रतिबंध लगे हुए हैं।
नई दिल्ली मंगलवार 23 नवंबर की सुबह नौ बजे की ही बात करें तो दिल्ली के जहांगीरपुरी और आनंद विहार इलाके की हवा में प्रदूषण सबसे अधिक पाया गया है। यहां पर सुबह एक्यूआई का स्तर 300 और 316 रिकार्ड किया गया है। वहीं हरियाणा के फरीदाबाद में आज सुबह का एक्यूआई स्तर 379 रिकार्ड किया गया है। उत्तर प्रदेश के हापुड़ में एक्यूआई का स्तर 316 दर्ज किया गया है। यहां पर आपको ये भी बता दें कि बीते दो दिनों से हवा की गुणवत्ता में आए बदलाव के बाद दिल्ली में कंस्ट्रक्शन की इजाजत दोबारा से दे दी गई है। दिल्ली ने हालांकि अपने सरकारी दफ्तरों को सौ फीसद वर्क फ्राम होम का आदेश दिया हुआ है। दिल्ली में स्कूल और सभी शिक्षण संस्थान भी फिलहाल बंद हैं।
दिल्ली में दमघोंटू हवा पर मंगलवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की बैठक होनी है। वर्तमान स्थिति पर समीक्षा के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने जो बैठक बुलाई है उसमें दिल्ली-एनसीआर के राज्य हिस्सा लेंगे। इस बैठक में मुख्यतौर पर हवा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रतिबंधों को बढ़ाने पर जोर दिया जा सकता है। बता दें कि दिवाली के बाद से ही दिल्ली एनसीआर की हवा लगातार खराब हुई है। हालांकि बीते दो दिनों में दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब से खराब पर आ गई है।
गौरतलब है कि बीते दो-तीन दिनों से हवा चलने की वजह से प्रदूषण की स्थिति में कुछ सुधार देखा गया है। मंगलवार को भी सुबह हवा की रफ्तार करीब 25 किमी प्रतिघंटा की रही है, जिसके चलते प्रदूषण की स्थिति में सुधार दर्ज किया गया है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को हवा की रफ्तार करीब 20 किमी प्रतिघंटा थी। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण पर शीर्ष कोर्ट भी चिंता जता चुका है। शीर्ष कोर्ट ने इसको लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार को फटकार तक लगाई थी।