अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के परिवार से जमीन खरीदने से जुड़े मनी लॉड्रिंग मामले में गिरफ्तार महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आज शाम तक उन्हें ED की कस्टडी से मुंबई की आर्थर रोड जेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। महाराष्ट्र के मंत्री उस जेल में रहेंगे, जिसमें पहले से कई खूंखार अपराधी कैद हैं। 23 फरवरी को गिरफ्तार मलिक की ED कस्टडी को 7 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया गया था।
कुछ देर पहले मेडिकल करवाने के बाद उन्हें अदालत में फिर से पेश किया गया था। अदालत में मलिक की आगे की कस्टडी को लेकर तकरीबन 20 मिनट तक बहस हुई। ED की ओर से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह ने पक्ष रखा, जबकि मलिक की ओर से अमित देसाई और तारक सैय्यद ने पैरवी की है।
ED ने नहीं की कस्टडी बढाने की मांग
अदालत में सुनवाई के दौरान एडिशनल सोसलिस्टर जनरल अनिल सिंह ने अदालत से उनकी कस्टडी बढ़ाने की मांग नहीं करते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का आग्रह किया, जिसे जज ने मान लिया। हालांकि, इसके बावजूद मलिक के वकील तारक सैय्यद ने उनकी कस्टडी का विरोध करते हुए एक एप्लीकेशन मूव किया था। इससे पहले की सुनवाई में सरकारी वकील ने 1993 बम धमाकों से जुड़ा एक कॉन्फिडेंशियल स्टेटमेंट अदालत के सामने रखा है, जिसके बाद मलिक की कस्टडी को बढ़ा दिया गया था।
परिवार पर भी शिकंजा कस रही ED
मलिक के बाद अब उनके परिवार पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। आज उनके बेटे फराज मलिक को पूछताछ के लिए ED ऑफिस में तलब किया गया था। हालांकि, मंगलवार को एक पत्र भेज फराज ने ED से एक सप्ताह का समय मांगा था।