Friday, November 22, 2024

राजनीतिराज्य

भाजपा गठबंधन विधायक दल की बैठक के बाद आज उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे योगी आदित्यनाथ

Yogi Adityanath to stake claim to form government in Uttar Pradesh today after BJP alliance legislature party meeting

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने की तैयारी में हैं। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद 37 वर्ष बाद प्रदेश में किसी एक दल की सरकार की लगातार दूसरी बार ताजपोशी होगी। लखनऊ के लोक भवना में भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इस बैठक में भाजपा के साथ ही अपना दल (एस) तथा निषाद पार्टी के विधायक भी शामिल होंगे। इसी बैठक में उप मुख्यमंत्री के नामों की घोषणा भी होगी। प्रदेश में डिप्टी सीएम दो होंगे या तीन यह भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में तय होगा।
भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ शाम को करीब पांच बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष 273 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। उत्तर प्रदेश में भाजपा केन्द्रीय नेतृत्व के पर्यवेक्षक अमित शाह, सह पर्यवेक्षक रघुवर दास, राधामोहन सिंह तथा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान की मौजूदगी में लोकभवन में भाजपा विधायक दल की बैठक में भाजपा के 255, अपना दल (एस) के 12 तथा निषाद पार्टी के छह विधायक भी रहेंगे।
उत्तर प्रदेश में 37 वर्ष बाद सत्ता में वापसी का इतिहास रचने वाले योगी आदित्यनाथ गुरुवार को फिर विधायक दल के नेता चुने जाएंगे। प्रदेश में दोबारा सत्ता की कमान योगी आदित्यनाथ के ही हाथ में होगी। यह पहले से तय है, लेकिन इसकी औपचारिक घोषणा केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाए गए गृहमंत्री अमित शाह, सह-पर्यवेक्षक रघुवर दास और प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में होने वाली भाजपा विधायक दल की बैठक में होगी।
विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री योगी के चेहरे पर लड़ा गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार चुनावी मंचों से ‘आएंगे तो योगी ही’ और ‘योगी ही उपयोगी’ जैसा नारा देकर स्पष्ट संदेश दे चुके थे कि भाजपा दोबारा सरकार बनाती है तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही होंगे। संगठन की शक्ति और अमित शाह की रणनीति के साथ मोदी-योगी की जोड़ी ने विपक्षी मंसूबों को ढेर कर अकेले 255 व गठबंधन सहयोगियों के साथ 273 सीटें जीत लीं। ऐसा प्रदेश की राजनीति में 37 वर्ष बाद हो रहा है कि पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद किसी दल की सरकार फिर पूर्ण बहुमत के साथ बन रही है।