Saturday, November 23, 2024

राज्य

श्रद्धा को ब्लैकमेल करता था आफताब, 2 साल पहले दी थी हत्या की धमकी

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के तूलींज थाने में श्रद्धा द्वारा दो साल पहले दिया गया शिकायत पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। शिकायत में श्रद्धा ने आफताब पूनावाला (Aftab Poonawalla) से अपनी जान को खतरा बताया है। साथ ही पत्र में उसने आफताब द्वारा श्रद्धा के टुकड़े-टुकड़े करके फेंक देने की धमकी का भी जिक्र किया है।
श्रद्धा को बुरी तरह से मारता-पीटता था आफताब
23 नवंबर, 2020 को लिखे गए शिकायत पत्र में श्रद्धा ने मुंबई पुलिस को बताया है कि आरोपित आफताब पिछले छह महीने से उसके साथ गाली-गलौज करता है और बुरी तरह मारता-पीटता है। इस सब की जानकारी आफताब के स्वजन को भी है। श्रद्धा लिखती है कि आज यानि 23 नवंबर 2020 को आरोपित ने उसका गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की और मारने के बाद उसके शव के टुकड़े-टुकड़े करके फेंकने की धमकी भी दी।
आफताब के परिवार को थी सारी जानकारी
श्रद्धा ने पुलिस को आगे बताया है कि आरोपित आफताब उसे ब्लैकमेल भी करता है। यह सब पिछले छह महीने से चल रहा है लेकिन आरोपित की धमकियों के चलते श्रद्धा अब तक थाने आने की हिम्मत नहीं जुटा पाई थी। श्रद्धा बताती है कि इस सबके बारे में आरोपित आफताब के स्वजन को सब कुछ पता है।
उन्हें यह भी पता है कि आरोपित मैं यानि श्रद्धा और आफताब दोनों ही एक साथ रहते हैं और सप्ताहांत पर आफताब के माता-पिता हमसे मिलने भी आते हैं। मैं आरोपित के साथ इसलिए रह रही थी क्योंकि उसने अपने परिवार के आशीर्वाद के साथ मुझसे शादी का वादा किया था। लेकिन अब मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती हूं। इसके बाद मेरे साथ होने वाली किसी भी वारदात का जिम्मेदार आफताब ही होगा।
दो साल पुराने पत्र पर बोले फडणवीस
श्रद्धा वालकर का दो साल पुराना ये पत्र सामने आने के बाद अब यह मामला राजनीतिक रंग भी लेने लगा है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि जब दो साल पहले श्रद्धा ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी, तभी इस प्रकरण की गंभीरता पूर्वक जांच होनी चाहिए थी।
श्रद्धा ने ठीक दो साल पहले वसई के तुलिंज पुलिस थाने में लिखित शिकायत दी थी। इसमें उसने आफताब पूनावाला के हाथों अपनी हत्या की आशंका जताई थी। अब यह पत्र दिल्ली पुलिस के हाथ लग चुका है। यह पत्र 23 नवंबर, 2020 को लिखा गया था। उस समय महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी की सरकार थी।