कानपुर। नई सड़क उपद्रव में विशेष जांच दल (एसआइटी) एक बार फिर से गिरफ्तारियां करने की तैयारी में है। पहली प्राथमिकता उन 18 उपद्रवियों को गिरफ्तार करना है, जिनका पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट लिया है, जबकि सीसीटीवी कैमरों व दूसरे वीडियो के माध्यम से एसआइटी ने 17 अन्य आरोपितों की भी शिनाख्त कर ली है। अब इनके खिलाफ भी गैर जमानती वारंट लिया जाएगा। पुलिस ने जिनके खिलाफ गैरजमानती वारंट निकाला है, उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर तीन जून को नई सड़क में उपद्रव हो गया था। इस मामले की जांच एसआइटी कर रही है। एसआइटी की जांच में सामने आया है कि नुपुर शर्मा का विरोध तो महज एक दिखावा था, असल में इसके पीछे देश विरोधी एक लाबी काम कर रही थी, जिसका मुख्य उद्देश्य विश्व बिरादरी में भारत को बदनाम करना और मुस्लिम क्षेत्र में आबाद चंद्रेश्वर हाता में दहशत फैलाकर उसे खाली कराना था। इस प्रकरण में अब तक मुख्य रूप से हयात जफर हाशमी, मुख्तार बाबा और बिल्डर वसी समेत 62 आरोपितों को जेल भेजा गया है।
इनके खिलाफ लिया है गैर जमानती वारंट
अफजाल उर्फ जावेद कुरैशी, सबलू उर्फ एजाजुद्दीन, अकील खिचड़ी, परवेज उर्फ चिकना, इखलाख अहमद डेविड, शहरयान, मोहम्मद आजाद, शेरा, सफी, अलीशान, सैय्यद अब्दुल हई हाशमी, सरवर आलम, मुख्तार बाबा का बेटा महमूद उमर, हमजा, मोहम्मद राशिद, अब्दुल शकील, जीशान एवेंजर्स, इशरत अली।
यह किए गए चिह्नित
कल्लू निवासी बेगमगंज 12 नंबर गली, शादाब बिरयानी वाला निवासी अद्धा पहलवान का अखाड़ा, इकराम निवासी छेदी शाह की तकिया, शहनवाज उर्फ मुन्ना नवाब निवासी बड़ा कुरियाना, अरसद निवासी पेंचबाग, सगीर आलम आदि।