अपराधियों को बरी करते हुए अदालतों को 50 बार उसके परिणाम के बारे में सोचना चाहिए; लेकिन वो नहीं सोचते क्योकि उनके परिवार “अपराध” का शिकार नहीं होते
सुभाष चन्द्र कई बार विभिन्न हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के ऐसे निर्णय आते हैं अपराधियों को छोड़ने के जिन्हें देख कर मन विचलित होता है। सबसे बड़ा जुमला तो एक मामले में 4 वर्ष की बच्ची से दुष्कर्म और उसकी हत्या करने वाले मध्य प्रदेश के ही एक...