नोएडा। ध्वस्तीकरण के लिए सुपरटेक के दोनों टावर के फ्लोर को जियो टेक्सटाइल फाइबर से ढकने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा आसपास के टावरों को ग्रीन शीट से ढक दिया गया है, जिससे कि धूल से बचाव हो सके। 12 फ्लोर तक ड्रिलिंग का काम भी किया जा रहा है।
आइआइटी चेन्नई से वाइब्रेशन रिपोर्ट का सार आ गया है। इसके अनुसार ही नया ब्लास्ट डिजाइन तैयार किया जाएगा। चूंकि ट्रायल ब्लास्ट के दौरान बता दिया गया था कि इसकी दीवारें काफी मजबूत है। ऐसे में विस्फोटक की मात्रा काफी ज्यादा लगेगी।
लिहाजा प्राप्त आकड़ों के अनुसार गणितीय गणना के जरिये विस्फोटक की मात्रा का आकलन किया जाएगा। बृहस्पतिवार को साइट पर केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआइ) की टीम पहुंची और काम का जायजा लिया।
एडफिस इंजीनियरिंग कंपनी ने सुपरटेक को पत्र के जरिये टावर ध्वस्तीकरण के लिए अतिरिक्त समय की मांग की है। अनुबंध के अनुसार टावरों को 22 मई तक ध्वस्त किया जाना है।