Tuesday, November 5, 2024

क्राइमराज्य

राजभवन अस्पताल में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी, लखनऊ में आरोप‍ित के खि‍लाफ मुकदमा दर्ज

Cheating in the name of getting job in Raj Bhavan Hospital, case filed against the accused in Lucknow

लखनऊ। राजभवन अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट ने नौकरी दिलाने के नाम पर 4.50 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित ने रुपयों की मांग की तो आरोपित फार्मासिस्ट ने धमकी दी। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर फार्मासिस्ट समेत दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इंस्पेक्टर हजरतगंंज श्याम बाबू शुक्ला ने बताया कि पीड़ित अंबिका प्रसाद यादव मूल रूप से प्रतापगढ़ पट्टी के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में एक कार्यक्रम में उनकी मुलाकात घनश्याम यादव से हुई। उन्होंने खुद को राजभवन अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट बताया था। वह राजभवन भी ले गए थे। बातचीत के दौराने बेटे की राजभवन अस्पताल में नौकरी लगवाने का दावा किया। घनश्याम ने नौ लाख रुपये की मांग की। पहले 4.50 लाख रुपये की मांग की बाकी की रकम नौकरी लगने के बाद। इस पर विश्वास हो गया। 4.50 लाख रुपये की चेक दी।
घनश्याम ने चेक अपने दोस्त उमेश चंद्र के नाम से ली थी। कुछ दिन बार परिणाम निकला बेटे का सूची में नाम नहीं था। विरोध पर घनश्याम टाल मटोल करने लगा। रुपयों की मांग की तो उसने चेक दी वह बाउंस हो गई। इसके बाद गाली-गलौज करने लगा। मामले की जानकारी डीसीपी मध्य अपर्णा कौशिक को दी। इसके बाद आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपित घनश्याम का स्थानांतरण राजभवन अस्पताल से लखीमपुर खीरी के लिए हो गया है।
किशोरी से छेड़छाड़ आरोपित, गिरफ्तार : किशोरी से घर में घुसकर छेड़छाड़ और मारपीट के मामले में आरोपित इंदिरानगर ई-ब्लाक मुशीपुरवा में रहने वाले अमित कुमार को गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर सैरपुर ने बताया कि 19 अप्रैल को अमित कुमार ने क्षेत्र में रहने वाली एक किशोरी के घर में घुसकर छेड़छाड़ और मारपीट की थी। किशोरी के शोर मचाने पर वह भाग निकला था। किशोरी के घरवालों की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।इसके बाद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया।
युवक ने जान दी : बाजारखाला इलाके में एलडीए कालोनी में रहने वाले अखिलेश ने फांसी लगा ली। घर के अंदर फंदे पर रविवार देर रात उनका शव लटका मिला। अखिलेश का शव फंदे पर लटका देख उनकी पत्नी की चीख निकल पड़ी। शोर सुनकर दौड़े परिवारजन की मदद से शव को उतारा। पुलिस ने पबताया कि अखिलेश लालबाग स्थित एक दुकान पर नौकरी करता था। परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। कुछ लोगों से उसने कर्ज ले रखा था। वह चुकता करने के लिए लोन के लिए बैंक में आवेदन किया था। आवेदन रिजेक्ट होने पर वह तनाव में था और उसने फांसी लगा ली।