
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने थराली में आई आपदा का जायजा लिया और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने मृतकों के परिजनों और क्षतिग्रस्त मकान मालिकों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। धामी ने नदियों में ड्रेजिंग कराने और खतरे वाले भवनों को खाली कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने थराली के लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है।
- सीएम धामी ने थराली आपदा का लिया जायजा |
- मृतकों के परिजनों को 5 लाख की सहायता |
- नदी तटों पर ड्रेजिंग कराने के निर्देश |
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने थराली में आई आपदा के दृष्टिगत राहत एवं बचाव दलों को पूरी क्षमता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्हाेंने कहा कि धराली, थराली व स्यानाचट्टी में आई आपदा में यह देखा गया है कि तीनों ही स्थानों पर पानी के साथ भारी मलबा आया है।
इसका अर्थ यह हो सकता है कि ग्लेशियर के किनारे जमा मलबा कच्चा हो रहा है। भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए इनका विस्तृत अध्ययन किया जाए। उन्होंने थराली आपदा में क्षतिग्रस्त हुए भवनों के स्वामियों और आपदा में मृत व्यक्तियों के स्वजन को तत्काल पांच-पांच लाख रुपये देने के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली से लौटने के बाद शाम को राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने नदी तटों पर बसे सभी शहरों व कस्बों पर में ड्रेजिंग और चैनलाइजेशन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नदियों में गाद जमने के कारण इनका जलस्तर बढ़ रहा है, इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए जाएं।
उन्हाेंने नदियों के किनारे खतरे की जद में आने वाले भवनों को खाली कराने के भी निर्देश दिए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने थराली में मलबे में दबने से युवती के निधन पर शोक प्रकट किया और लापता व्यक्ति के सुरक्षित व सकुशल होने की कामना की है।
उन्होंने थराली के निवासियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मुश्किल की घड़ी में सरकार थराली के लोगों के साथ खड़ी है।