मंडी
उपचुनाव में मिली हार के बाद अब इसकी पूरी जिम्मेदारी सीएम जयराम ठाकुर ने अपने सिर ले ली है। मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया है कि भाजपा उपचुनाव में अति विश्वास में रही और हमसे आकलन करने में भी चूक हो गई। भाजपा अपने पूरे कैडर को बूथ तक भी नहीं पहुंचा सकी। मंडी में हार को लेकर दो दिनों तक कार्यकर्ताओं संग गहन मंथन करने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा में सभी निर्णय सामूहिक रूप से होते हैं, लेकिन वह मंडी जिला से संबंधित हैं, इसलिए इस चुनाव में हार की पूरी जिम्मेदारी भी मेरी है। 25 और 26 नवंबर को शिमला में होने वाली भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद सरकार व संगठन में भी सख्त निर्णय देखने को मिलेंगे। इस बात के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी में संकेत दिए हैं। हाईकमान को फाइनल फीडबैक के बाद ही मंत्रिमंडल व संगठन में फेरबदल का निर्णय होगा। मंडी में पत्रकारों से मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी में मंथन करने के बाद अब पूरी चर्चा शिमला में इसी सप्ताह होने जा रही मंथन बैठक में विस्तार से होगी। इसके बाद हाईकमान को फाइनल फीडबैक दी जाएगी। उसके बाद ही कुछ निर्णय संगठन व सरकार के स्तर पर लिए जाएंगे।
ये निर्णय सख्त भी हो सकते हैं। किसी तरह का फेरबदल भी हाईकमान ही तय करेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक आकलन के आधार पर यही सामने आया है कि मंडी चुनाव सहानुभूति के कारण हारा है। उन्होंने माना कि नोटा, कम वोटिंग व वामपंथियों का 25 हजार वोट एकमुश्त कांग्रेस को चला जाना भी एक बड़ा कारण बना। महंगाई भी मुद्दा रही, लेकिन यह इतना बड़ा मुद्दा नहीं था। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि यह चुनाव परिणाम किसी भी सूरत में विधानसभा चुनाव 2022 को प्रभावित नहीं करेगा। सरकार व संगठन पूरे जोश जुनून के साथ काम करेगा। अभी हमारे पास समय है और निश्चित तौर पर 2022 में हम सरकार बनाने के उस आंकड़े को फि र से पार करेंगे। इस मौके पर जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, शिक्षा मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर, विधायक एवं प्रदेश महामंत्री राकेश जमवाल, प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा, विधायक गण कर्नल इंद्र सिंह, जवाहर ठाकुर, किशोरी लाल, हीरा लाल, इंद्र सिंह गांधी, जिया लाल व सुरेंद्र शौरी आदि भी मौजूद रहे।
‘मंडी हमारी है’ नारा कांग्रेस ने गलत भुनाया
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मंडी हमारी है, हमारी रहेगी का नारा पूरे संसदीय क्षेत्र के लिए था। जब बाद संसदीय क्षेत्र की होती है, तो स्वाभाविक है कि नाम मंडी ही आएगा, लेकिन कांग्रेस ने इसे भी दूसरे क्षेत्र में गलत तरीके से पेश किया, जबकि उनका भाव ऐसा नहीं था। वह आज भी मंडी की बात करते हैं, तो उसमें कुल्लू, लाहुल, किन्नौर, रामपुर व अन्य क्षेत्र शामिल हैं।
किसने काम किया, किसने नहीं, होगी पहचान
उपचुनाव में हार के पीछे भाजपा के कुछ अपने ही लोगों द्वारा काम न करने के सवाल पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसा भी हो सकता है। किसने काम किया और किसने नहीं। किसी ने कम किया या किसी ने ज्यादा, इस बात की पहचान भी की जाएगी, लेकिन जनता में सरकार के प्रति किसी प्रकार की कोई नाराजगी नहीं थी। हमारे आकलन में ही चूक हुई है।