Tuesday, December 3, 2024

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CM पुष्कर ने IAS बंशीधर तिवारी को सौंपा कामयाबी का ज़िम्मा

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G20 Summit MDDA एक आईडिया , एक अवसर और एक महाआयोजन की कामयाबी का मास्टर प्लान , जी हाँ दुनिया ने जिस भव्यता का एहसास दिल्ली में किया वही अनुभूति देहरादून में कराने के लिए सीनियर आईएएस और टीम धामी के अनुभवी आईएएस अफसर बंशीधर तिवारी ने एक योजना तैयार की है जिसको खुद सीएम धामी की मंजूरी मिली है और अब देहरादून के अफसर दिल्ली जाकर कामयाबी का हुनर सीखेंगे

 

 

सजावट, लैंडस्केप, हरियाली का टीम करेगी अध्ययन G20 Summit MDDA

 

दरअसल जी-20 समिट के लिए नई दिल्ली को बिल्कुल नए कलेवर में सजाया और संवारा गया है। दिसंबर में देहरादून में भी धामी सरकार वृहद स्तर पर इन्वेस्टर्स समिट करने जा रही है। ऐसे में तैयारियां बिल्कुल वर्ल्ड क्लास हो, इसके लिए एमडीडीए की एक टीम को दिल्ली भेजने का निर्णय लिया गया है।

 

 

नई दिल्ली में जी-20 समिट शुरू हो गई है। जिसमें दुनिया के 20 शक्तिशाली देशों के राष्ट्राध्यक्ष भाग ले रहे हैं। जी-20 समिट के लिए दिल्ली की सजावट पर विशेष फोकस किया गया है। 2010 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद यह पहला मौका है जब दिल्ली में इतना बड़ा कोई वैश्विक आयोजन हो रहा है।

 

राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में है शामिल

 

इसे देखते हुए दिल्ली में सजावट, हरियाली के तमाम कार्य किये गए हैं। इसके अलावा सड़कों के किनारे तमाम ग्रीनरी की गई है। नीम,आंवला जैसे तमाम औषधीय पौधों का रोपण किया गया है। इसके अलावा लैंडस्केप भी देखते ही बन रहे हैं। वहीं, बिजली के खम्बों पर आधुनिक एलईडी लाइट्स विभिन्न सुंदर डिज़ाइन वाली लगाई गई है जो की बेहद आकर्षित कर रही हैं।दिल्ली में हुए कार्यों की खूब चर्चा हो रही है। ऐसे में अब मुख्यमंत्री धामी के निर्देशों पर एमडीडीए उपाध्यक्ष वंशीधर तिवारी ने वहां एक टीम भेजने का निर्णय लिया है।

दिसंबर में देहरादून में होनी है इन्वेस्टर समिट

 

उन्होंने इस मामले में सचिव मोहन सिंह बर्निया को एक टीम तैयार कर भेजने को कहा। यह टीम दिल्ली जाकर वहां हुए तमाम कार्यों का निरीक्षण करेगी। एमडीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि आगामी दिसंबर में देहरादून में भी इन्वेस्टर समिट होनी है। ऐसे में मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि इस आयोजन में किसी तरह की कोई कमी न रहे। एमडीडीए के ही माध्यम से देहरादून के 13 मार्गों पर लैंडस्केप, होर्डिंग, वॉल पेंटिंग, फ़साड़ जैसे कार्य होने हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे शहरों में हुए बेहतर कार्यों से भी बहुत कुछ नया सीखने को मिलता है।