
शिमला
हिमाचल के स्कूलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह निर्णय छात्रों ही नहीं, शिक्षकों पर भी लागू होगा। कोरोना काल और आपदा के समय जो मोबाइल फोन अचानक जरूरी हो गया था, अब उसके स्कूल में इस्तेमाल पर रोक लग गई है। स्कूल शिक्षा निदेशक की ओर से जारी पत्र में शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों के लिए मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया दिया है। यह निर्णय छात्रों के शैक्षिक प्रदर्शन और मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। शिक्षा निदेशालय का कहना है कि मोबाइल के उपयोग छात्रों पर गलत असर पड़ रहा है। इससे उनके शैक्षिक और गैर-शैक्षिक प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। मोबाइल फोन के उपयोग से छात्र कक्षा में ध्यान नहीं दे पाते हैं और सोशल मीडिया में अधिक शामिल हो जाते हैं, जिससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ता है। इस आदेश में कहा गया कि मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग छात्रों में चिंता, तनाव, नींद की कमी और सामाजिक अलगाव जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
टीचर भी जब क्लास रूम में पढ़ाने जाएंगे, तब उन्हें अपना फोन स्टाफ रूम में छोडक़र जाना होगा। स्टूडेंट को फोन स्कूल नहीं लाने के निर्देश दिए है। स्कूल ऑवर्ज के दौरान टीचरों के फोन इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। स्कूल शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने सभी डिप्टी डायरेक्टर को इन आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी स्कूलों के प्रिंसीपल और हेडमास्टरों को भी इन आदेशों का अनुपालन करने को कहा है। इन निर्देशों की अनुपालना हो रही है या नहीं, यह चेक करने को डिप्टी डायरेक्टर को स्कूलों का औचक निरीक्षण करेंगे। राज्य के सरकारी स्कूलों में टीचरों की अटेंडेंस वीएसके एप के माध्यम से ऑनलाइन लगती है। ऐसे में सभी टीचरों को स्कूल पहुंचते ही हाजिरी लगाने के बाद मोबाइल बंद करने होंगे। खासकर क्लासरूम में किसी को भी मोबाइल के इस्तेमाल की छूट नहीं दी जाएगी। यदि अभिभावक स्कूल गए अपने बच्चों के बारे में काई जानकारी लेना चाहते हैं, तो स्कूल प्रिंसीपल को अभिभावकों को लैंडलाइन फोन नंबर देना होगा।
अध्यापकों को स्टाफ रूम में रखना होगा मोबाइल फोन
हिमाचल के सरकारी स्कूलों में टीचरों की अटेंडेंस वीएसके एप के माध्यम से ऑनलाइन लगती है। ऐसे में सभी टीचरों को स्कूल पहुंचते ही हाजिरी लगाने के बाद मोबाइल बंद करने होंगे। टीचर जब क्लास रूम में पढ़ाने जाएंगे, तब उन्हें अपना फोन स्टाफ रूम में छोडक़र जाना होगा। सभी डिप्टी डायरेक्टर को इन आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं और उन्हें स्कूलों का औचक निरीक्षण करने को भी कहा गया है