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सुक्खू के नाम वाली डिनोटिफिकेशन पट्टिका बनाकर विरोध, दफ्तर बंद करने पर बिफरी भाजपा

प्रदेश भर में प्रदर्शन, एसडीएम के माध्यम से पार्टी ने राज्यपाल को भेजे ज्ञापन

 

सरकार द्वारा पूर्व सरकार में एक अप्रैल 2022 के बाद खुले दफ्तरों को बंद करने पर भाजपा बिफर गई है। भाजपा ने प्रदेश में उन सभी जगहों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, जहां पर भाजपा की ओर से दफ्तरों को बंद किया गया है। वहीं भाजपा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री सुक्खू के नाम वाली डिनोटिफिकेशन पट्टिका बनाकर अपना विरोध कर रहे हैं। भाजपा ने प्रदेशभर में धरने प्रदर्शन करने शुरू कर दिए हैं। विधानसभा सत्र शुरू होने तक भाजपा सडक़ों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करती रहेगी। इस दौरान एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपे गए। गुरुवार को शिमला भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मेहता की अध्यक्षता में शिमला में विरोध-प्रदर्शन किया गया।

डीसी कार्यालय के बाहर धरना कर कार्यकर्ताओं ने डीसी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। मेहता ने कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी को जनमत दिया। बावजूद इसके सरकार जनता के विरोध में कार्य कर रही है। जनता हितैषी कार्य करने के बजाय कांग्रेस सरकार जयराम सरकार द्वारा जनता के हित में लिए गए निर्णयों को डिनोटिफाई कर रही है। मंत्रिमंडल का गठन अभी तक नहीं हो पाया है। कांग्रेस सरकार ने 307 से अधिक कार्यालयों को बंद कर दिया है। विपक्ष इसे बर्दाश्त करने वाला नहीं है। यह एक सांकेतिक धरना है। आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। भाजपा ने निर्णय लिया है कि जिन स्थानों पर नए खोले गए संस्थान बंद किए गए हैं, वहां के एसडीएम के माध्यम राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कार्यालयों के बंद करने पर आपत्ति जताई है।

यहां एसडीएम को सौंपे ज्ञापन

सुक्खू सरकार ने अभी तक शिलाई, पांवटा साहिब, पच्छाद, रोहड़ू, सोलन, श्री रेणुका जी, शिमला ग्रामीण, सुजानपुर, सिराज, सुलह, चुराह, रामपुर, घुमारवीं और झंडूत्ता में संस्थान बंद किए हैं। इन जगहों पर विरोध प्रदर्शन करके भाजपा राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगी। शिमला में एसडीएम के जरिए ज्ञापन भेजा जाएगा।

मंडी को जानबूझकर टारगेट कर रही सरकार

हिमाचल में अप्रैल 2022 के बाद खुले व अपग्रेड हुए दफ्तरों को बंद करने के फैसले पर भाजपा ने सरकार के खिलाफ हमला बोल दिया है। भाजपा का कहना है कि सरकार हिटलर की तरफ काम कर रही है। खासकर मंडी जिला को टारगेट बनाया जा रहा है। भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में वर्तमान कांग्रेस सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। प्रदेश सरकार ने एक ही नोटिफिकेशन के माध्यम से पूरे प्रदेश में 307 कार्यालय बंद कर दिए, यह सही नहीं है। इसके अलावा एक दिन में बिजली बोर्ड के 32 दफ्तरों को बंद करना निंदनीय है। हैरानी की बात तो यह है कि एक दिन में 179 स्वास्थ्य संस्थाओं को बंद कर दिया, जिससे लोगों को जगह-जगह स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध हो रहा था। 79 पतवार सर्किल, तीन तहसील, 20 उपतहसीलें, तीन कानूनगो पटवार सर्किल और 16 सर्किल डिवीजन को भी बंद किया गया। यह सब दिखाता है कि प्रदेश की सरकार को विकास से कोई लेना देना नहीं है। उनको केवल चिंता है, तो सिर्फ बदला लेने की। करण नंदा का कहना है कि सरकार को कहीं ना कहीं यह भी सता रहा है कि मंडी में वह 10 में से 9 सीटें हार गए हैं, तभी मंडी में दल बल के साथ कार्यालय को बंद किया जा रहा है। इससे पहले धर्मपुर के शिवा प्रोजेक्ट का कार्यालय बंद किया गया और एक्सीलेंस सेंटर बंद किया गया।