केजरीवाल की नजर में किसी भी बड़े पद या टिकट के लिए दागी होना सबसे बड़ी योग्यता
गुजरात में आप के प्रत्याशियों की सूची का आंकलन करके ऐसा लग है कि जैसे आम आदमी पार्टी का सीएम फेस बनने के लिए शराब प्रेमी होना पहली योग्यता है!? वैसे ही यदि नेता दागी होगा तो विधानसभा चुनाव उम्मीदवार बनने में उसका पहला नंबर आएगा। यानी आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के लिए दागी अच्छे हैं। तभी तो पंजाब में शराब पीकर कई बार नौटंकी कर चुके भगवंत मान को आप संयोजक केजरीवाल ने सीएम पद के योग्य पाया। अब गुजरात में भी केजरीवाल ने ऐसे ही शराब प्रेमी इसुदान गढ़वी को आम आदमी पार्टी की ओर से सीएम का चेहरा बनाया है। इनकी हरकतों का इसी से अंदाजा हो जाता है कि अर्बन नक्सल गढ़वी ड्राई स्टेट गुजरात में शराब पीकर हंगामा करने के कारण गिरफ्तार तक हो चुके हैं। गढ़वी के ऊपर शराब पीकर छेड़खानी करने के भी आरोप लग चुके हैं।
झूठे दावे और हवाई वादे कर पंजाब को भ्रमित किया, अब गुजरात में कर रहे ‘नौटंकी’
गुजरात विधानसभा चुनाव का ऐलान होते ही भाजपा और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में कूद चुकी है। वोटरों को लुभाने के लिए पंजाब की रेवड़ी कल्चर की तरह यहां पर भी हवाई दावे और वादे करती हुई नजर आ रही है। आम आदमी पार्टी के हेड या यूं कहें कि आम आदमी पार्टी को हथियाने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कुछ समय पहले तक तो देश में साफ-सुथरी और विकास की राजनीति की बातें किया करते थे, वे अब पूरी तरह झूठी, कपोल-कल्पित और वोटों के लालच में जनता को भरमाने वाली साबित हो रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हैरान कर देने वाली बात तो यह भी है कि केजरीवाल ने गुजरात में इसुदान गढ़वी जैसे लोगों को मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में चुना है, जिसका विवादों से पुराना नाता रहा है।
गुजरात विधानसभा में आम आदमी पार्टी के सबसे ज्यादा 61 उम्मीदवार दागी
गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रचार चरम पर है। केजरीवाल द्वारा जब सीएम फेस ही दागी चुन लिया गया तो उम्मीदवारों की क्या बिसात। गुजरात में दोनों चरणों की बात करें तो पार्टियों और निर्दलीयों को मिलाकर 1621 उम्मीदवार मैदान में हैं। केजरीवाल ने गुजरात की सभी 182 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार भी आम आदमी पार्टी के हैं। आप के 61 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यानी आप के एक तिहाई उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर पहले से ही आपराधिक केसों में फंसे हुए हैं। केजरीवाल ने अप इनको जनता को फंसाने की जिम्मेदारी सौंपी है।
ADR की रिपोर्ट, गुजरात में आम आदमी पार्टी के आने से दागी उम्मीदवारों में वृद्धि
राज्य में एक दिसंबर को पहले और पांच दिसंबर को दूसरे चरण का मतदान है। उम्मीदवारों द्वारा दर्ज हलफनामों का अध्ययन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिमार्म्स (ADR) ने किया है। दोनों चरणों को मिलाकर बात करें तो कुल 1621 उम्मीदवार मैदान में हैं। आप के चुनाव मैदान में आने से इस बार 2017 के मुकाबले दागी उम्मीदवारों में इजाफा हुआ है। 2017 में कुल 238 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज थे। इस बार यह संख्या बढ़कर 330 हो गई है। इनमें से सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार आम आदमी पार्टी के हैं। आप के 61 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
गुजरात में आप के कुल उम्मीदवारों में से एक तिहाई पर आपराधिक मामले दर्ज
एडीआर द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक दूसरे चरण की 93 सीटों पर कुल 833 प्रत्याशी मैदान में हैं। इस चरण में चुनाव लड़ रहे 833 उम्मीदवारों में 163 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2017 के मुकाबले इसमें भी इजाफा हुआ है। 2017 में दूसरे चरण में चुनाव लड़ रहे 822 उम्मीदवारों में से 101 पर आपराधिक मामले दर्ज थे। वहीं, 833 उम्मीदवारों में से 245 करोड़पति हैं। 2017 में दूसरे चरण में इस तरह के उम्मीदवारों की संख्या 199 थी। ADR की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के 60 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। चुनाव में खड़े कुल 192 उम्मीदवारों पर हत्या, दुष्कर्म और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं।
आप दागियों के साथ खेल रही है तो कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण का राग अलापने में लगी
गुजरात में एक ओर आप दागियों के साथ खेल खेल रही है, तो दूसरी ओर कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण का घिसा-पिटा पुराना राग फिर से अलाप रही है। हिंदू विरोधी सरकार के राजस्थान के मुखिया ने देश को हिलाकर रख देने वाले श्रद्धा-आफताब के लव जिहाद के मामले में कहा है कि मुस्लिम को अनावश्यक टार्गेट किया जा रहा है। देश में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। दूसरी ओर गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ रहे सिद्धपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी चंदन ठाकोर ने एक चुनावी सभा को संबोधित करने के दौरान कहा कि देश को सिर्फ मुसलमान ही बचा सकते हैं। चंदन ठाकोर ने कहा कि बीजेपी ने पूरे देश को गर्त में धकेल दिया है और अगर कोई है, जो देश को बचा सकता है तो वो है मुस्लिम समुदाय है। साथ ही कहा कि मुस्लिम समुदाय ही ऐसा है, जो कांग्रेस को भी बचा सकता है। गुजरात में हार की कगार पर खड़ी पार्टी को बचाने के लिए कांग्रेस नेता हिंदू-मुस्लिम करने पर उतारू हो गए हैं।