ग्रेटर नोएडा। तुस्याना गांव में सरकारी जमीन के फर्जीवाड़े का बड़ा मामला प्रकाश में आया है। भू माफिया ने राजस्व विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर सरकारी जमीन स्वयं के नाम करा ली। बाद में ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से लगभग 100 करोड़ रुपये का मुआवजा भी उठा लिया। पूर्व में हुई जांच की रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। शासन ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए एसआइटी का गठन किया है। एसआइटी को 15 दिन में जांच रिपोर्ट देनी है। मामले में प्रशासन के साथ ही राजस्व विभाग के कई अधिकारियों का फंसना तय माना जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि तुस्याना गांव में दो बार चकबंदी हुई थी। इसके बाद कुछ खातों को बंद कर दिया गया था। यह खाते गांव में ग्राम समाज की जमीन के थे। बाद में भू माफिया ने अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर जमीन को अपने नाम दर्ज करा लिया था। कुछ माह बाद इस जमीन का ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से मुआवजा भी उठा लिया गया। शेष बची जमीन पर अवैध तरीके से निर्माण भी किया गया।
कुछ लोगों ने पूर्व जिलाधिकारी बीएन सिंह से मामले की शिकायत की थी। जिलाधिकारी ने पूर्व एडीएम एमएन उपाध्याय से मामले की जांच कराई। अधिकारियों का कहना है कि लोगों के द्वारा लगाए गए आरोप सही मिले थे। विस्तृत जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई थी। मामले का संज्ञान लेते हुए शासन ने वरिष्ठ अधिकारियों से जांच के लिए एसआइटी का गठन किया है।