राज्य

सात दिन में हलफनामा दें या देश से माफी मांगें

राहुल गांधी पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने साधा निशाना

चुनाव आयोग के लिए पक्ष और विपक्ष कुछ नहीं, सभी दल समकक्ष

नई दिल्ली

मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि चुनाव आयोग और मतदाता सूची को लेकर जो आरोप लगाए हैं, वे निराधार और झूठे हैं। चुनाव आयोग के लिए पक्ष और विपक्ष कुछ नहीं होता। सभी दल समकक्ष होते हैं। अगर उनके पास अपने दावे का सबूत है, तो उन्हें सात दिन के भीतर शपथपत्र (हलफनामा) देना होगा, अन्यथा उन्हें पूरे देश से माफी मांगनी होगी। सीईसी ने कहा कि कुछ मतदाताओं ने वोट चोरी के आरोप लगाए, सबूत मांगने पर जवाब नहीं मिला। ऐसे आरोपों से इलेक्शन कमीशन नहीं डरता है। चुनाव आयोग के कंधे पर बंदूक रखकर मतदाताओं को निशाना बनाया जा रहा है। हम स्पष्ट करते हैं कि चुनाव आयोग निडरता के साथ गरीब, अमीर, बुजुर्ग, महिला, युवा समेत सभी धर्मों-वर्गों के लोगों के साथ चट्टान के साथ खड़ा है, खड़ा था और खड़ा रहेगा।

ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदाता सूची को शुद्ध करना एक साझा जि़म्मेदारी है, लेकिन बिहार में चूंकि हमारे बूथ लेवल अधिकारियों ने बूथ लेवल एजेंटों और राजनीतिक दलों के साथ मिलकर काम किया, शायद इसीलिए पहली अगस्त के बाद से किसी भी राजनीतिक दल ने एक भी आपत्ति दर्ज नहीं कराई है। इसके दो ही मतलब हो सकते हैं कि क्या मसौदा सूची पूरी तरह से सही है, जिसे चुनाव आयोग नहीं मानता। चुनाव आयोग कह रहा है कि इसमें गलतियां हो सकती हैं, इसे शुद्ध कर सकते हैं, अभी 15 दिन बाकी हैं। अगर पहली सितंबर के बाद भी उसी तरह के आरोप लगने शुरू हुए, तो कौन जि़म्मेदार है। हर मान्यता प्राप्त पार्टी के पास अभी 15 दिन बाकी हैं। मैं सभी राजनीतिक दलों से आह्वान करता हूं कि पहली सितंबर से पहले इसमें त्रुटियां बताएं चुनाव आयोग उन्हें सुधारने के लिए तैयार है।

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