राष्ट्रीय

निर्माण कार्य से जुड़े 2500 कामगारों के बने गोल्डन कार्ड

नोएडा : निर्माण कार्य से जुड़े कामगारों का गोल्डन कार्ड बनाने के लिए उत्तर प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की तरफ से विशेष अभियान चलाया गया। 25 जुलाई से 14 अगस्त तक चले अभियान में 2500 पात्र परिवार के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं।
सीएमओ डा. सुनील कुमार शर्मा का कहना है कि पंजीकृत निर्माण कामगारों और उनके परिवार के सदस्यों को बीमारी की स्थिति में पांच लाख रुपये तक की निश्शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड बनाया जाना है। कार्ड बनने से निर्माण कार्य से जुड़े कामगार पांच लाख रुपये तक का अपना और परिवार के सदस्यों का निश्शुल्क इलाज करा सकेंगे। विभाग की तरफ से इस योजना के लिए 22 हजार पात्र परिवारों को चिह्नित किया गया है। विभाग में पंजीकृत निर्माण कामगार अपने पंजीयन कार्ड, आधार कार्ड एवं राशन कार्ड लेकर किसी भी नजदीकी जन सुविधा केंद्र, आरोग्य मित्र या कोटेदार से संपर्क कर गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं।
गोल्डन कार्ड बनाने में सर्वर बना रोड़ा :
आयुष्मान भारत योजना के तहत भवन एवं सन्निर्माण श्रमिकों का गोल्डन कार्ड बनाने में सर्वर की समस्या आड़े आ रही है। सर्वर नहीं चलने से गोल्डन कार्ड बनाने वाले पोर्टल में तकनीकी समस्या आ रही है। सहायक श्रमायुक्त सुभाष यादव का कहना है कि कामगारों के गोल्डन कार्ड बनाने का काम आगे भी जारी रहेगा। निर्माण कार्य से जुड़े कामगारों से अपील है कि वह जल्द से जल्द गोल्डन कार्ड बनवाएं। जिससे उन्हें योजना का लाभ मिल सके। कामगार शिविर या जनसेवा केंद्र पर जाकर भी अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। इसके लिए उनका पंजीयन कार्ड जरूरी है। गोल्डन कार्य के लिए आधार कार्ड, परिवार रजिस्टर एवं बैंक पासबुक भी जरूरी है।