सरकार ने 2024 तक 100 हवाई अड्डों को चालू करने का रखा लक्ष्य, क्षेत्रीय उड़ानों को सुविधाजनक बनाना उद्देश्य
नई दिल्ली। सरकार ने 2024 तक 100 हवाईअड्डों के संचालन का लक्ष्य रखा है, बशर्ते कि जमीन, वैधानिक मंजूरी आदि जैसे सहायक बुनियादी ढांचे की उपलब्धता हो। अधिकारियों ने कहा कि उड़ान योजना की शुरुआत के बाद से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (RCS)-UDAN (उड़े देश का आम नागरिक) उड़ानों के लिए 68 हवाई अड्डों का संचालन किया गया है।
चयनित एयरलाइन आपरेटरों (एसएओ) ने देश भर में 68 हवाई अड्डों/हेलीपोर्टों/वाटर एयरोड्रोम को शामिल करते हुए 425 उड़ान मार्गों का संचालन किया है। योजना के तहत तीन साल की अवधि पूरी होने के बाद भी एसएओ कई मार्गों का संचालन कर रहे हैं। हालांकि, COVID-19 महामारी ने घरेलू आरसीएस उड़ान संचालन सहित विमानन क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।
COVID-19 के मद्देनजर शेड्यूल कमर्शियल संचालन को स्थगित करने से कई चुनौतियां सामने आईं। यात्रियों की मांग में भारी कमी आई जिससे उड़ानों का संचालन अव्यावहारिक हो गया। साथ ही, विमानन कंपनियों की आय के स्रोत बंद होने और अत्यधिक लागत से नकदी की कमी का संकट उत्पन्न हुआ जिससे उनकी वित्तीय स्थिति पर बुरा असर पड़ा।
COVID 19 के बाद, सरकार ने क्षेत्रीय संपर्क योजना-UDAN संचालन की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए कुछ नीतिगत सुधारों की शुरुआत की। क्षेत्रीय संपर्क योजना एक बाजार संचालित पहल है। क्षेत्रीय हवाई संपर्क को वहनीय बनाकर, आरसीएस का उद्देश्य क्षेत्रीय हवाई संपर्क को सुगम बनाना है। इस योजना में, एयरलाइंस विशिष्ट मार्गों पर मांग और आपूर्ति आवश्यकताओं का आकलन करती है।