स्पेशल

इस आदमी से पूछो शेयरों से कई गुना कमाई का फार्मूला

दिव्य प्रभात के व्हाट्सएप ग्रुप से तुरंत अभी जुड़े और मैसेज करें 94588 77990 और दिव्य प्रभात के पोर्टल में विज्ञापन लगवाए और अपने व्यवसाय को पहुंचाएं आसमान की ओर  वह भी बिल्कुल कम कीमत में अब तो जल्दी कॉल करेंl

 

           एक नजर            विज्ञापन की ओर

राकेश झुनझुनवाला ने बताया शेयरों से कई गुना कमाई का फार्मूला

नई दिल्ली: दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने हमेशा भारतीय शेयर बाजार में भरोसा जताया है. उनके साथियों ने बेहतर रिटर्न के लिए दूसरे देशों में भी निवेश किया है. इनमें रोमानिया का रियल एस्टेट, दुबई की प्रॉपर्टी और न्यूयॉर्क के कमोडिटी बाजार शामिल हैं.

मुंबई में आयोजित एक प्रोग्राम में इस विख्यात निवेशक ने कहा, “जब घर में ही खाना स्वादिष्ट बन रहा हो, तो बाहर जाकर क्यों खाना.” इस कार्यक्रम में शामिल दूसरे लोगों के अनुसार, झुनझुनवाला का मत है कि भारतीय शेयर बाजार निवेश के लिए बेहतरीन विकल्प हैं

.झुनझुनवाला को शेयर बाजार में निवेश का 40 साल का अनुभव है. उन्होंने बाजार में तब कदम रखा था, जब आज की दिग्गज ब्लूचिप कंपनियों का मार्केटकैप 100-200 करोड़ रुपये से अधिक नहीं था. आज इन कंपनियों का मार्केटकैप 12 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है.

झुनझुनवाला ने 200 गुना रिटर्न देने वाले शेयर की पहचान करने का फॉर्मूला बताया. उन्होंने कहा, “सबसे पहले निजी सोच रखें, फिर अपनी राय कायम करें और शेयर को लंबे समय तक रखें. यह जोखिम उठाने वाले के साहस, जिद्द और नजरिए पर निर्भर करता है.”

उन्होंने कहा कि वे आज के समय में भी पिटे हुए शेयरों की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं. इस दिग्गज निवेशक का मानना है कि बाजार में कमजोरी और तेजी की गुंजाइश हमेशा ही रहती है. उन्होंने कहा, “मैं सबसे कम लोकप्रिय, पिटे हुए शेयर खरीद रहा हूं, मगर क्या पता आगे क्या हो.”

झुनझुनवाला को भारतीय शेयर बाजार का वॉरेन बफे भी कहा जाता है. उन्होंने पांच सालों में गई गुना रिटर्न देने वाली कंपनी एस्कॉर्ट्स पर कहा, “कई लोगों को कंपनी के प्रबंधन को लेकर चिंताएं थी. कंपनी की बैलेंस शीट देखकर ही मैंने इसकी क्षमता भांप ली थी. मै समझ गया था की इसमें काफी क्षमता है.”उन्होंने कहा, “मैं जिस भाव पर खरीदारी कर रहा था, गिरावट के आसार सीमित थे. कंपनी प्रबंधन बदलने वाला था, मगर ट्रैक्टर बिजनेस में मुनाफा बढ़िया है. हालांकि, इसमें चुनौतियां बहुत हैं. लोगों ने जितनी दूरी बनाई, मेरा भरोसा बढ़ता गया. मैंने इसके 1.25 करोड़ शेयर खरीदे और इसका भाव 10 गुना बढ़ा.”

झुनझुनवाला ने कहा कि बाजार में साहस की जरूरत पड़ती है. आपको अपने यकीन पर दांव लगाना होता है. झुनझुनवाला ने कहा कि उन्होंने साल 2005 में अपनी पहली प्रॉपर्टी खरीदी थी. शेयर बाजार से अपने पूरे मुनाफे को फिर बाजार में ही लगाया. उन्होंने बताया कि उनका उधार पोर्टफोलियो से 2-4 फीसदी से अधिक नहीं रहा.

उन्होंने कहा कि भारत उन गिनी-चुनी अर्थव्यवस्थाओं में है, जहां ग्रोथ के आसार काफी अधिक हैं. उन्होंने कहा, “एक आम भारतीय परिवार का इक्विटी निवेश महज 3-4 फीसदी है, जो अमेरिका में करीब 33 फीसदी तक है.” झुनझुनवाला ने कहा कि बाजार में पैसा बढ़ने पर ईपीएस बढ़ेगा.झुनझुनवाला के पिता एक सरकारी अफसर थे. 18 साल की उम्र में बाजार में कदम रखने वाले झुनझुनवाला ने कहा कि भारत में पूंजीवाद का डंका गूंजेगा. इसका सबसे बड़ा उदाहरण शेयर बाजार है. उन्होंने कहा, “मुझे दिशा के बारे में पता था, मगर कई गुना रिटर्न का आइडिया नहीं था.”

उन्होंने कहा, “हर लोकतांत्रिक संस्थान सोचता है कि उसके पक्ष में क्या जाता है. जब समय आता है, हालात बदल जाते हैं. भारतीय बाजार में लाखों-करोड़ों डॉलर का निवेश आ सकता है.” झुनझुनवाला के अनुसार, भारत हमेशा पूंजी के लिए तरसता रहा है.

उन्होंने कहा, “भारत में विदेशी निवेश की जरूरत है, यदि मांग में वापसी होती है, जो बाजार में कारोबार की आसानी और नियमों में राहत बढ़ सकती है. भारत में इतना पैसा आ सकता है, कि लोग हैरान हो जाएंगे. हमें बिजनेस को प्रमोट करने के लिए कदम बढ़ाने की जरूरत है.”l