गोरखपुर। योगी सरकार 2.0 को एक महीना पूरा हो चुका है। गोरखपुर में निवेश को लेकर कई उद्यमी विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर गड़ाए थे और योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। पहले महीने में ही 750 करोड़ रुपये का प्रस्ताव प्राप्त हो चुका है। इसमें 650 करोड़ रुपये से एक ग्रेन बेस्ड एथेनाल प्लांट लगाया जाएगा तो 105 करोड़ रुपये की लागत से डेयरी उत्पादों की इकाई स्थापित की जाएगी। इसके साथ ही उद्यमियों की समस्याओं के निराकरण में तेजी लायी गई है।
उद्यमी विनय कुमार सिंह ने ग्रेन बेस्ड एथेनाल प्लांट लगाने के लिए प्रस्ताव दिया है। गीडा प्रबंधन को अभी 650 करोड़ रुपये का प्रस्ताव ही मिला है लेकिन विनय की योजना अगले दो साल में 1200 करोड़ रुपये के निवेश की है। वह एथेनाल प्लांट के साथ ही डिस्टिलरी एवं बाटलिंग प्लांट भी लगाने जा रहे हैं। वह अंग्रेजी, देसी शराब के साथ ही बीयर का भी उत्पादन करेंगे। वह एक पावर प्लांट भी लगाएंगे। डिस्टिलरी के साथ ही ज्ञान डेयरी की ओर से डेयरी उत्पादों की इकाई लगाने का प्रस्ताव दिया गया है। इसके लिए करीब 105 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। डिस्टिलरी के लिए जमीन चिह्नित हो चुकी है। पहले एक महीने में ही गारमेंट पार्क का काम भी आगे बढ़ा है।
प्लास्टिक पार्क को मिली अंतिम मंजूरी, गारमेंट पार्क में आवंटित हुए 56 भूखंड
यहां 56 उद्यमियों को भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं और सड़क व नाली का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। जल्द ही इस पार्क में बड़े पैमाने पर निवेश शुरू हो जाएगा। गीडा में प्लास्टिक पार्क भी स्थापित किया जाना है। अप्रैल महीने के दूसरे सप्ताह में केंद्रीय रसायन एवं पेट्रो रसायन विभाग ने इस प्लास्टिक पार्क को अंतिम मंजूरी प्रदान कर दी है। यहां भी बड़े पैमाने पर निवेश किया जाएगा। प्लास्टिक से जुड़ी हुई करीब 92 इकाइयां स्थापित होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त 50 करोड़ रुपये के निवेश के लिए पांच एकड़ जमीन मुंबई के उद्यमी को आवंटित हो चुकी है। आटोमोआइल सेक्टर की इकाई के लिए भी पांच एकड़ जमीन इसी बीच आवंटित की गई है।