मुजफ्फरनगर। गठबंधन प्रत्याशी मदन भैया के समर्थन में रालोद अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य जयन्त चौधरी ने खतौली रतनपुरी मंसूरपुर क्षेत्र में दौरा किया। मथेडी गांव में कहां की रविवार को सहारनपुर में मुख्यमंत्री ने सभा की, यहां उनकी भाषा देखिए वह कैराना पलायन का मुद्दा उठा रहे हैं। जबकि प्रदेश हितों की उन्हें कोई चिंता नहीं है।
किसान पर कर्ज तो वो अपराधी
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि किसान पर 10 हजार रुपए का कर्ज हो तो वह अपराधी है, जबकि कुछ लोग देश का करोड़ों रुपये लेकर विदेश भाग गए। इन पर कार्रवाई करने में सरकार नाकाम दिख रही है। प्रदेश के मुखिया को किसान, रोजगार, युवा व समाज उत्थान की कोई चिंता नहीं है। वह अपनी जनसभा में पलायन का मुद्दा उठाते हैं। जबकि ऐसी संकुचित सोच में अमर्यादित भाषा से प्रदेश में विकास नहीं हो सकता है।
जनता समस्याओं से जूझ रही है
उन्होंने कहा कि चुनाव में देश के गृहमंत्री अमित शाह ने वादा किया था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बना दो, किसानों के घर बिजली के बिल नहीं आएंगे, लेकिन हालात इससे जुदा है। किसानों के घर पर बिजली विभाग की टीम छापेमारी कर रही है। उन्होंने कहा कि खतौली क्षेत्र की जनता लंबे समय से अपनी समस्याओं से जूझ रही है। ऐसे में गठबंधन की जीत को सुनिश्चित करो। जिससे क्षेत्र की आवाज को सदन में उठाया जा सके। यह कार्य रालोद के विधायक ही कर सकते हैं।
भाजपा सरकार डर गई थी
इसके पहले रालोद अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य जयन्त चौधरी ने रविवार को यहां खतौली विधानसभा क्षेत्र के गांव अखलाकपुरा में नुक्कड़ सभा में कहा था कि किसान आंदोलन और उनकी एकता से भाजपा सरकार डर गई थी। हालात ऐसे बने थे कि प्रधानमंत्री को मामले पर माफी मांगनी पड़ी थी। यह सब कुछ किसान एकता और आपसी भाईचारे के कारण संभव हो पाया।
बोले कि अहंकार टूट जाएगा
उन्होंने कहा कि उनके पिता स्व. अजीत सिंह ने मुजफ्फरनगर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। उनकी हार भले ही हुई, लेकिन वह यहां पर भाईचारा जीता कर गए हैं। दो बिछड़े भाइयों को उन्होंने मिलाने का काम किया। यही उनकी जीत थी। रालोद अध्यक्ष ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी पर एक सीट जीतने के बाद कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन वह हार गए तो क्षेत्र की जनता को बहुत कुछ मिल जाएगा। साथ ही उनका अंहकार टूट जाएगा।