Saturday, November 23, 2024

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जहर खाने के भी पैसे नहीं’ PoK सरकार ने 34 करोड़ में खरीदीं लग्जरी कारें, भड़क गए लो

प्रशांत बख्शी

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भी स्थिति बदतर हो चुकी है। लेकिन इसके बावजूद भी पीओके के फर्जी हुक्मरान अपनी विलासिता से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि इस फैसले पर स्थानीय लोग ही विरोध में उतर आए हैं।

‘जहर खाने के भी पैसे नहीं’ PoK सरकार ने 34 करोड़ में खरीदीं लग्जरी कारें, भड़क गए लो

Gaurav लाइव हिन्दुस्तान , नई दिल्ली

Last Modified: Tue, 5 Jul 2022 12:20 PM

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एक तरफ जहां पाकिस्तान अपना खर्च चलाने के लिए जूझ रहा है और इसी कड़ी में उसने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को दिए जाने वाले फंड में भी कटौती की है। इसी कटौती के चलते पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भी स्थिति बदतर हो चुकी है। लेकिन इसके बावजूद भी पीओके के फर्जी हुक्मरान अपनी विलासिता से बाज नहीं आ रहे हैं। अभी हाल ही में पीओके सरकार ने 34 करोड़ रुपये खर्च करके 72 नई लग्जरी कारें खरीद डाली हैं। हालांकि इस फैसले पर स्थानीय लोग ही विरोध में उतर आए हैं।

 

दरअसल, स्थानीय स्रोतों के आधार पर अपनी एक रिपोर्ट में न्यूज एजेंसी ने बताया है कि पीओके सरकार ने यह सभी लग्जरी कारें राष्ट्रपति बैरिस्टर सुल्तान महमूद के लिए खरीदी हैं। यह सभी गाड़ियां उस समय खरीदी गई हैं जब पीओके सरकार के ही मंत्री लगातार शिकायत कर रहे हैं कि उनके बजट में पाकिस्तान सरकार ने कटौती कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान सरकार ने पीओके के विकास बजट में 2.5 अरब रुपये की कटौती की है।उधर सरकार के इस फैसले के विरोध में लोग और स्थानीय सामाजिक संगठन प्रदर्शन पर उतर आए हैं। एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि ऐसे कठिन समय में इसकी जरूरत नहीं थी क्योंकि इस फैसले की वजह से पीओके की अर्थव्यवस्था और ज्यादा चरमरा सकती है। हालांकि जब इस बारे में पीओके राष्ट्रपति के प्रवक्ता से बात की गई तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि गाड़ियों का ऑर्डर तो पिछली सरकार ने किया था।

 

बताया जा रहा है कि इन गाड़ियों में Mercedes और MATIC Sedan जैसी तमाम गाड़ियां शामिल हैं। नई लग्जरी कार खरीदने को लेकर पीओके सरकार के इस कदम की जमकर आलोचना हो रही है। इससे पहले भी स्थानीय मीडिया द्वारा यह बताया गया था कि कारों का ऑर्डर पीओके के राष्ट्रपति बैरिस्टर सुल्तान महमूद ने ही दिया था। सोशल मीडिया पर भी जब यह खबर सामने आई तो लोगों ने अपना विरोध दर्ज कराना शुरू कर दिया। एक यूजर मकसूद ने लिखा कि पाकिस्तान में लोगों के पास जहर खाने के लिए पैसे नहीं हैं लेकिन इस्लामाबाद से मुजफ्फराबाद तक सत्ताधारी विलासिता का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इसके अलावा पीटीआई समर्थक कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रमुख इमरान खान से इसमें हस्तक्षेप करने की मांग की है।