*कृषि कानून वापसी के साथ 800 किसानों की मौत के जिम्मेदार पीएम मोदी को भी इस्तीफा देना चाहिए-प्रमोद त्यागी*
*कृषि कानून वापसी के साथ 800 किसानों की मौत के जिम्मेदार पीएम मोदी को भी इस्तीफा देना चाहिए-प्रमोद त्यागी* मुजफ्फरनगर-आज केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानून वापसी पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने कहा कि तीनों काले कृषि कानून की वापसी मोदी सरकार के अहंकार की हार है तथा किसानों तथा लोकतंत्र की जीत है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा काले कृषि कानून के विरुद्ध आंदोलन में 800 से अधिक किसानों की शहादत पर भी प्रधानमंत्री मोदी को माफी मांगते हुए इस्तीफा देना चाहिए था। सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस मुद्दे पर बयानों को किसानों के हित के हितों की आवाज़ बताते हुए कहा कि मोदी व योगी सरकार अपनी सत्ता जाने के डर से घबरा गई है, पूर्वांचल में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की विजय यात्रा में भाजपा के विरोध में किसानों मजदूरों युवाओं का सैलाब सपा के पक्ष में देखकर भाजपा सरकार घबरा गई है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कृषि कानून वापसी का फैसला किसानों के हित में नहीं लिया है बल्कि यूपी में सत्ता खोने के डर से लिया है। प्रमोद त्यागी ने कहा कि भाजपा की प्राथमिकता किसान नहीं बल्कि उनकी प्राथमिकता में केवल छल कपट से जनता के वोट को हड़पना रहा है। प्रमोद त्यागी ने कहा कि काले कानूनो की वापसी किसान संगठनों,किसानों के साथ ही सपा के इस मुद्दे पर लगातार आंदोलन की जीत भी है उन्होंने कहा कि काले कानून के विरुद्ध आंदोलन में भाजपा की निरंकुश योगी सरकार ने सपा नेताओं कार्यकर्ताओ का लगातार दमन अपमान करते हुए उनको गिरफ़्तार व फर्जी मुकदमे किये आज निरंकुश मोदी योगी सरकार का सत्ता खोने के डर से कानूनो को वापस लेना सपा कार्यकर्ताओं के आंदोलन की भी जीत है।